पर्दाफाश
1. दोषों का पर्दाफ़ाश करना कब बुरा रूप ले सकता है?
2. आजकल के बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल 'दोषों का पर्दाफ़ाश'
कर रहे हैं। इस प्रकार के समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क
सहित विचार लिखिए?
Answers
Answer:
1 दोषों का पर्दाफ़ाश करना तब बुरा रूप ले सकता है जब हम किसी के आचरण के गलत पक्ष को उद्घाटित करके उसमें रस लेते है या जब हमारे ऐसा करने से वे लोग उग्र रूप धारण कर किसी को हानि पहुँचाए।
1 दोषों का पर्दाफ़ाश करना तब बुरा रूप ले सकता है जब हम किसी के आचरण के गलत पक्ष को उद्घाटित करके उसमें रस लेते है या जब हमारे ऐसा करने से वे लोग उग्र रूप धारण कर किसी को हानि पहुँचाए।2. आजकल बहुत से समाचार पत्र व समाचार चैनल ‘दोषों का पर्दाफ़ाश’ कर रहे हैं इसका कारण यह है कि लोग ऐसे समाचारों को पढ़कर या देखकर सचेत हो जाएँ और अपने आस-पास के माहौल में ऐसा न होने दें। इन कार्यक्रमों से लोगों को साहस और शक्ति मिलती है। वर्तमान में टी.वी. के समाचार चैनल ‘आजतक’ में प्रत्येक समाचार को विस्तार से दिखाया जाता है जिससे लोगों को अपने आसपास के वातावरण में घटने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी रहती है। दूसरी ओर घरेलू व कानून संबंधी कार्यक्रम भी समाज की सच्चाई का प्रदर्शन करते हैं। इस क्षेत्र में समाचार पत्र भी अपनी विशेष भूमिका निभाते हैं।