पराधीन भारत की कौन-कौन सी जेल मशहूर थी उन में स्वतंत्रता सेनानियों को किस-किस तरह की यातनाएं दी जाती थी? इस बारे में जानकारी प्राप्त कर जेलो की सूची बनाएं।
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Explanation:
पराधीन भारत की जेलों में अंग्रेजी शासन में भयंकर यातनाएँ दी जाती थी ताकि देशभक्त उन यातनाओं से भयभीत हो जाए तथा अपने उद्देश्य से पीछे हट जाएं। जेलों में कैदियों की छाती पर बैलों की तरह फीता लगाकर चूना आदि पिसवाया जाता था; पेट से बांधकर हल जुतवाया जाता था; कोल्हु चलवाकर तेल निकलवाया जाता था; और पत्थरों की गिट्टियां तुड़वाई जाती थी ;उन्हें भूखा-प्यासा रखा जाता था; उनके हंसने रोने पर भी रोक थी। किसी से मिलने जुलने की इजाजत ना देना आदि अनेक अवर्णनीय कष्ट दिए जाते थे | जेलों में भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को अनको दारुण कष्ट दिए जाते थे उन्हें समय रूप से आवाज नीयत तत्वों के साथ रखा जाता था|
कुछ जेलों के नाम जो आज भी आजादी के संघर्ष की गवाह भी कही जाती है:
हिजली जेल
सेल्युलर जेल
तिहाड़ जेल
मद्रास सेंट्रल जेल
नैनी सेंट्रल जेल
वाइपर आइसलैंड जेल
अलीपोर जेल
हिजली जेल: हिजली जेल पश्चिम बंगाल में स्थित है। भारत की स्वतंत्रता यात्रा में हिजली जेल का बहुत बड़ा योगदान है।
तिहाड़ जेल: तिहाड़ जेल राजधानी दिल्ली में स्थित है। यह साउथ ऐशिया की सबसे बड़ी जेल है।
सेल्युलर जेल:
यह जेल अंडमान निकोबार द्वीप की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में बनी हुई है। यह सबसे खतरनाक वाली जेल थी यहाँ पर जेलों में कैदियों की छाती पर बैलों की तरह फीता लगाकर चूना आदि पिसवाया जाता था|
मद्रास सेंट्रल जेल
मद्रास सेंट्रल जेल : चेन्नई में बनी मद्रास सेंट्रल जेल भारत की सबसे पुरानी जेलों में से एक है। सैनानी सुभाष चंद्र बोस और वीर सावरकर भी इस जेल में रहे हैं।
नैनी सेंट्रल जेल
नैनी सेंट्रल जेल: उत्तर प्रदेश में बनी नैनी सेंट्रल जेल भी काफी प्रसिद्ध है। इस जेल का निर्माण अंग्रेजो ने करवाया था। यूपी की नैनी जेल इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरू ने यहां कैदी के रूप में एक दिन गुजारा था।
वाइपर आइसलैंड जेल
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बनी इस जेल में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई सेनानियों को टॉर्चर किया गया था. इस कारण यह जेल आजादी के संघर्ष की गवाह भी कही जाती है |
अलीपोर जेल
ब्रिटिश काल में इस जेल को अंग्रेजों ने बनवाया था. यहां पर भी स्वतंत्रता सेनानियों को टॉर्चर किया जाता था. इस जेल में आज भी कई पुराने सजा देने के हथियार रखे हुए हैं