Hindi, asked by anjali14150, 5 months ago

"पराधीन सपनेहु सुख नाहीं।" यह पंक्ति गद्यांश की किस पंक्ति के समानार्थी है ?
(1) पराधीनता के जीवन में जीवन का आनंद समाहित है।
(11) परमुखापेक्षी जीवन सुखमय होता है।
(iii) स्वावलंबी जीवन दुखों की खान है।
( (iv) स्वाधीन व्यक्ति का जीवन सुख से भरा होता है।

Answers

Answered by jharajivkumar937
1

Answer:

pta ni mujhe bhi tujhe pta hai to mujhe bta de

Answered by Anonymous
1

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ur correct option is option 4th

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