परिवर्तनशील अनुपातों के नियम की तीन अवस्थाओं को रेखाचित्र की सहायता से समझाइए। अथवा
कल स्थिर लागत. ‘कल परिवर्ती लागत एवं कल लागत की अवधारणाओं को सारणी की सहायता से समझाइए।
Answers
Explanation:
किसी वस्तु की उत्पादन-मात्रा इसके निर्माण में प्रयुक्त साधनों की मात्रा पर निर्भर करती है, जिसे गणित की भाषा में इस प्रकार व्यक्त किया जाता है, X = f(a,b,c) अर्थात् वस्तु X की उत्पादन-मात्रा a, b, c साधनों की मात्रा पर निर्भर करती है । a, b, c साधनों का X वस्तु से संबंध उत्पाद की प्रकृति के अनुसार होता है। उदाहरण के लिए, कृषि-उत्पादन में भूमि का महत्व अधिक होता है, जबकि सिलाई की मशीन के निर्माण में कुशल श्रम का ।
कल स्थिर लागत,कल परिवर्ती लागत एवं कल लागत की अवधारणा
Explanation:
किसी वस्तु का उत्पादन करने में जो कुल खर्च होता है, उसे उस वस्तु की कुल लागत (TC) कहा जाता है।
कुल स्थिर लागत(TFC) से हमारा अभिप्राय संसाधनों पर किए गए कुल खर्च से है। जैसे : किराया, ब्याज, वेतन आदि।
कुल परिवर्तनशील लागत (TVC)और वे लागते होती हैं, जो परिवर्तनशील संसाधनों पर खर्च की जाती हैं। जैसे : मजदूरी, कच्चा माल, बिजली आदि पर किया गया खर्च।
परिवर्तनशील लागते समय-समय पर बदलती रहती हैं परंतु स्थिर लागते, व्यवसाय के दौरान से रहती हैं।
इनका उदाहरण एक तालिका द्वारा निम्नलिखित है:
Q. TFC TVC. TC
1. 50 0 50
2. 50 20 70
3. 50 30 80
4. 50 40 90