पर्वतीय प्रदेशों में पर्यटन के लाभ-हानि। अनुच्छेद।
Answers
पर्वतीय पर्यटन प्रदेशों के लाभ और हानि
पर्वतीय पर्यटन प्रदेशों के लाभ —
पर्वतीय प्रदेश में पर्यटन का आनंद ही अलग होता है, क्योंकि पर्वतीय प्रदेशों का वातावरण बेहद सुहावना होता है और वहां प्रकृति के नजारे बड़े सुंदर होते हैं। जिससे मन प्रफुल्लित हो जाता है। मौसम की दृष्टि से और सुंदरता की दृष्टि से पर्वतीय क्षेत्र बेमिसाल होते हैं। इसके लिए पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन बहुत अधिक संख्या में होता है। भारत में हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर आदि राज्य पर्वतीय प्रदेश है, इन राज्यों में अनेक हिल स्टेशन है, जहां से पूरे भारत से पर्यटन के लिए आते-जाते रहते हैं और इन राज्यों में पर्यटन यहां की अर्थव्यवस्था का एक मुख्य आधार है। इसलिए अगर मौसम की दृष्टि से देखें तो पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन सबसे अधिक होता है, और ये क्षेत्रों हमेशा से ही पर्यटन के लिये पर्यटकों के लिये आकर्षक का केंद्र रहे हैं। प्राकृतिक नजारे की दृष्टि से भी पर्वतीय क्षेत्रों का कोई जवाब नहीं। यहां पर एक से एक प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिल जाती है, जिससे पर्यटन का असली उद्देश्य पूर्ण हो जाता है।
पर्वतीय पर्यटन प्रदेशों की हानि —
पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का व्यवहार अनापेक्षित होता है। मौसम की अनियमितता कभी-कभी विकराल रूप ले लेती है। पहाड़ कभी भी अपना रौद्र रूप धारण कर लेते हैं और जिसे जन-धन और जानमाल की क्षति हो सकती है। पर्वतीय क्षेत्रों में अक्सर भू-स्खलन और बर्फबारी आदि होती रहती है। पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम का प्रकोप जब तब रहता है, जिसे कई बार पर्यटक मुसीबत में फंस जाते हैं और कई पर्यटकों को अपनी जान भी गंवानी पड़ जाती है। इसलिए पर्वतीय पर्यटन क्षेत्र कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो जाते हैं।
Answer:
पर्यटन से हमें देश-विदेश के खान-पान, रहन-सहनतथा सभ्यता-संस्कृति की जानकारी मिलती है।
Explanation:
1) पर्यटन यानि घूमना, बस घूमने के लिए घूमना, आनंदप्राप्ति के लिए घूमना, जिज्ञासा समाधान के लिएघूमना।
2) ऐसे पर्यटन में सुख ही सुख है। ऐसा पर्यटनरोजाना की थका देने वाली चिंताओं को दूर करता है।
3) पर्यटन से हमें देश-विदेश के खान-पान, रहन-सहनतथा सभ्यता-संस्कृति की जानकारी मिलती है।
4)पर्यटनसे हमारे मन के अंधविश्वास टूटते हैं, पूर्व धारणाएसमाप्त होती हैं।
5) हमें यह विश्वास होता है कि - विश्वभर में रहने वाले हम सभी मनुष्य मूल रूप से एक हीहैं।
6)राष्ट्रीय एकता बढ़ाने में पर्यटन का बहुत बड़ायोगदान है।
7)वर्तमान समय में पर्यटन एक बहुत बड़ेउद्योग का रूप धारण कर चुका है। हिमाचल प्रदेशजम्मू-कश्मीर एवं उत्तराखंड जैसे पर्वतीय स्थलों की`|
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