पर्यावरण हमारा मित्र है विषय पर एक अनुच्छेद लिखिए
Answers
Answer:
पेड़ का जीवन में होना बहुत जरुरी हैं | इस धरती पर अगर पेड़ नही रहेंगे तो मनुष्य को अपना जीवन जीना बहुत मुश्किल हो जायेगा |
मनुष्य के जीवन में पेड़ का बहुत महत्व रहता हैं | पेड़ यह मनुष्य के सच्चे मित्र होते हैं | पेड़ हमारे जीवन का सबसे बड़ा आधार होता हैं |
शुद्ध वायु
पेड़ मनुष्य को ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और कार्बन डाय ऑक्साइड को शोषित करते हैं | पेड़ों के द्वारा मनुष्य को शुद्ध हवा मिल जाती हैं और पर्यावरण को सुंदर बनाके रखते हैं |
अन्य प्रकार की वस्तु
पेड़ मनुष्य को अन्य प्रकार की वस्तु प्रदान करते हैं | उन सभी वस्तुओं का उपयोग मनुष्य अपने जीवन में करता हैं |
पेड़ की लकड़ी से फर्नीचर, कागज, गोंद और माचिस इत्यादि. सभी प्रकार की वस्तु तैयार की जाती हैं | इसके अलावा भी मनुष्य को फल, फुल और भोजन भी प्राप्त होता हैं |
पेड़ की लकड़ी का उपयोग
पेड़ से मिलने वाले लकड़ी का उपयोग इंधन और फर्नीचर के लिए किया जाता हैं | पेड़ की लकड़ी का उपयोग इंधन के रूप खाना बनाने के लिए भी किया जाता हैं | पेड़ के लकड़ी से दरवाजे, खिड़कियाँ और खिलौने भी बनाये जाते हैं |
पेड़ों से अन्य प्रकार की जड़ी बूटियां भी तैयार की जाती हैं | पेड़ों से बनाई गयी दवाइयां हमारे शरीर से संबंधित अन्य प्रकार के रोगों पर उपचार करने में सहायता करती हैं | पेड़ हमें धुप में छाया प्रदान करते हैं और गर्मी से बचाने के लिए मदद करते हैं |
Explanation:
by AbhishekdreemBOY
fallow and like
Answer:
पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों परि और आवरण से मिलकर बना है, जिसमें परि का मतलब है हमारे आसपास अर्थात जो हमारे चारों ओर है, और 'आवरण' जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है। पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की कुल इकाई है जो किसी जीवधारी अथवा पारितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते हैं तथा उनके रूप, जीवन और जीविता को तय करते हैं।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित यह दिवस पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनैतिक और सामाजिक जागृति लाने के लिए मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1972 में 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन से हुई। 5 जून 1973 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।
पर्यावरण के जैविक संघटकों में सूक्ष्म जीवाणु से लेकर कीड़े-मकोड़े, सभी जीव-जंतु और पेड़-पौधों के अलावा उनसे जुड़ी सारी जैव क्रियाएं और प्रक्रियाएं भी शामिल हैं। जबकि पर्यावरण के अजैविक संघटकों में निर्जीव तत्व और उनसे जुड़ी प्रक्रियाएं आती हैं, जैसे: पर्वत, चट्टानें, नदी, हवा और जलवायु के तत्व इत्यादि।