पर्यावरण प्रदूषण को रोकने हेतु समाज की भूमिका
Answers
Answer:
प्रदूषण के कारणों और स्वरूपों पर विस्तार से विचार करने लगें तो सिर चकराने लगता है। सब कुछ तो दूषित है- हवा, पानी, पेड़-पौधे और अन्न। फिर क्या खाएं क्या पिएं, कहां जाएं? प्रसिद्ध वैज्ञानिक जॉर्ज वुडवेल ने ठीक ही कहा है कि परिवेश के चक्रों के प्रदूषण के बारे में हमने जितना कुछ जाना है, वह इसका पर्याप्त प्रमाण है कि इस विराट धरती पर अब कहीं सुरक्षा और स्वच्छता नहीं है। वैज्ञानिक सभ्यता का अभिशाप प्रदूषण के रूप में ही सामने आया है। यह मानव को मृत्यु के मुंह में धकेलने की चेष्टा है, यह प्राणियों के अमंगल की कामना है। जीवन को सुरक्षित बनाए रखने के लिए प्रदूषण नियंत्रण एक मौलिक आवश्यकता है। इस समस्या के प्रति उपेक्षा एवं उदासीनता से मानव का अस्तित्व ही संकटमय हो सकता है। पर्यावरण सुरक्षा सामाजिक एवं सामूहिक उत्तरदायित्व है। प्रत्येक नागरिक को चाहिए कि वह इस दिशा में अपना योगदान दे, ताकि समस्त मानव-जीवन सुखमय हो सके।