Hindi, asked by prasaddevi579, 10 days ago

पर्यावरण प्रदूषण on essay in hindi ​

Answers

Answered by Anonymous
16

\huge \bigstar ★ \huge\bold{\mathtt{\purple{A{\pink{N{\green{S{\blue{W{\red{E{\orange{R}}}}}}}}}}}}}★★

प्राचीन काल में प्रकृति और मानव के बीच भावनात्मक संबंध था। मानव अत्यंत कृतज्ञ भाव से प्रकृति के उपहारों को ग्रहण करता था। प्रकृति के किसी भी अवयव को क्षति पहुँचाना पाप समझा जाता था। बढ़ती जनसंख्या एवं भौतिक विकास के फलस्वरूप प्रकृति का असीमित दोहन प्रारम्भ हुआ। भूमि से हमने अपार खनिज सम्पदा, डीजल, पेट्रोल आदि निकाल कर धरती की कोख को उजाड़ दिया। वृक्षों को काट-काट कर मानव समाज ने धरती को नग्न कर दिया। वन्य जीवों के प्राकृतवास वनों के कटने के कारण वन्य-जीव बेघर होते गए। असीमित औद्योगीकरण के कारण लगातार जहर उगलती चिमनियों ने वायुमण्डल को विषाक्त एवं निष्प्राण बना दिया। हमारी पावन नदियाँ अब गंदे नाले का रूप ले चुकी हैं। नदियों का जल विशाक्त होने के कारण उसमें रहने वाली मछलियाँ एवं अन्य जलीय जीव तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। बढ़ते ध्वनि प्रदूषण से कानों के परदों पर लगातार घातक प्रभाव पड़ रहा है। लगातार घातक रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग भूमि को उसरीला बनाता जा रहा है। पृथ्वी पर अम्लीय वर्षा का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है तथा लगातार तापक्रम बढ़ने से पहाड़ों की बर्फ पिघल रही है जिससे पृथ्वी का अस्तित्व संकटग्रस्त होता जा रहा है।

Answered by Salmonpanna2022
0

Answer:

पर्यावरण प्रदूषण

प्रस्तावना

हमारे चारों तरफ या हमारे आसपास को पर्यावरण कहा जाता है. जब हमारा पर्यावरण विशेष रूप से प्रदूषित होता है, तो हम कहते हैं, “हमारा पर्यावरण प्रदूषित है”. जब हमारा पर्यावरण प्रदूषित होता है, तो हम कई तरह की बीमारियों से पीड़ित होते हैं. लेकिन अगर हमारा पर्यावरण प्रदूषित होता है, तो हमारा जीवन में बहुत सारे दिक्कत पैदा हो जाते हैं. इसलिए हमें पर्यावरण प्रदूषण और इस प्रदूषण के उन्मूलन के बारे में पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए. तब हम हमेशा प्रदूषण रहित अपने पर्यावरण को स्वच्छ रख सकते हैं.

पर्यावरण प्रदूषण के कारण

घर में हम जो ईंधन जलाते हैं उससे निकलने वाला धुआं हमारे वातावरण को कार्बन डाइऑक्साइड से भर देता है. आजकल, शहरों और गांवों में बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल और कार और बसें और ट्रक चलते हैं. इससे निकलने वाला धुआं कार्बन डाइऑक्साइड से हमारे गाँव और सहर के पर्यावरण प्रदूषित होता है. सीवर, खाद और शौचालय आदि से निकलने वाली गैस हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करती है. लोग बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू खाने के वजह से इनसे निकलने वाले जहरीले धुएं हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं.औद्योगिक शहरों में कारखानों से निकलने वाला धुआं हमारे औद्योगिक शहरों में कार्बन डाइऑक्साइड से वातावरण को भर देता है. यह कार्बन डाइऑक्साइड हमारे औद्योगिक शहर के पर्यावरण को प्रदूषित करता है. यह सभी कार्बन डाइऑक्साइड हमारे पर्यावरण के वातावरण में अवशोषित हो जाने से हम सब खतरे में रहते हैं.

पर्यावरण प्रदूषण का उन्मूलन

जो ऑक्सीजन हमारे जीवन को बचाने के लिए वायुमंडल में दिखाई देती है, वह ऑक्सीजन पेड़ों से आती है. पौधे अपने पत्तों के माध्यम से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है और ऑक्सीजन छोड़ता है. यह कार्बन डाइऑक्साइड पेड़ का भोजन है. पेड़ की वजह से कार्बन डाइऑक्साइड नष्ट हो जाता है. पर्यावरण प्रदूषण को खत्म करने के लिए हमें अपने पर्यावरण में बहुत सारे पेड़ों की आवश्यकता है. पहले हमारे पर्यावरण में बहुत सारे पेड़ मौजूद थे; लेकिन हमारे लोगों ने पेड़ों को काट कर जंगल से पेड़ों की संख्या कम कर दिया. इसलिए अब हमें अपने पर्यावरण को बचाने के लिए अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए असंख्य पेड़ लगाने होंगे. धुआं रहित ईंधन का उपयोग करना पड़ेगा. घर पर और बाहर में भी स्वच्छ शौचालय स्थापित करने की आवश्यकता है. ड्रेनेज और कचरे को वैज्ञानिक रूप से वाष्पित किया जाना चाहिए. पर्यावरण की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. विशेष रूप से, वनीकरण और सामाजिक वनीकरण को तेज करने की आवश्यकता है. पेड़ काटना को असामाजिक अपराध के रूप में गिना जाना चाहिए और पेड़ काटने वालों को सजा देनी चाहिए.

उपसंहार

पर्यावरण प्रदूषण अब हमारे गाँव, शहर या देश में सिर्फ एक समस्या होकर नहीं रह गया है. यह अब हमारे साथ साथ पूरी दुनिया की समस्याओं में भी शामिल है. हर साल 5 जून को दुनिया के लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. हमारे छात्र समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने की भी आवश्यकता है. हम अपने आसपास के लोगों को पर्यावरण के महत्व को समझा सकते हैं और हम उनके साथ इस दिशा में काम कर सकते हैं.

Similar questions