पर्यावरण पर दो महिलाओं के बीच बातचीत को संवाद रूप में लिखिए
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Answer:सुमीत: "हाँ यह सत्य है, वन हमारी अमूल्य सम्पदा हैं पर लोग उनको काटकर नष्ट कर रहे हैं।" अमित: "अपनी नदियों को ही देख लो, लोग उनको कितना गन्दा करते हैं।" सुमीत: "हमलोगों को पर्यावरण को बचाने के लिए कुछ करना चाहिए।" अमित: "हाँ चलो हम लोग पर्यावरण के बचाव के लिए एक योजना बनायें।"
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muskan.ky hua suman ajj tum itni udass ku hooo
suman.kuch khas nhi prr ajj ke vata varn ki halt dekh krrr bhot dukh hota hhh.
muskan....baat tho tum sahi kah rhi hooo ajj hmara vatavaran bhut khrab ho chuka hhh orrr iss karn logo ko kai tarah ki bimariyo ka samna bhi krna pd rha hhh
Suman.log din b din kaam pr itnaa vasth ho jate hh kiii apne aas pass ke pradusith hote paryavaran prr bhi dyaan nhi de parhe hhh.
Muskan.. Orr sath hiii log peed powdhe ugane ki jgh loog use kaate jarhe hhh
Suman...vhi tho sbse bda kadn hhhh vatavaran ke pradusith hone kaaa
Muskan...vooo kaise.
Suman..hmmm sbhi Joo iss dhrti prrr rhte hhhh ekkk matrrr vatavaran hi hhh jise hme sudh hava milti hh orrr isi ke dvara hmm sbb swasth Orr surkhit hh
मुसकान - अगर हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो गया तो?
सुमन- अगर हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो गया तो इस धरती पर कोई भी जीवित नहीं रहेगा हम क्या जानवर भी जीवित नहीं रह पाए गे ।
और इसके साथ -saath पानी भी प्रदूषित हो जाएगा जिसके कारण उसमें रीहने वाले सभी जीव जंतु की मौके पर ही मूत्थ्यू हो जाए गी साथ ही उसके कारण कई तरह की बीमारियां भी पैदा हो जाती है जैसा डेगु, टायफायड , मलेरिया , जिससे इन्सानों की मृत्यू तक हो सकती है हम सोच भी नहीं सकते आज के वक्त मै मृत्यु कि सैख्या कितनी ब्द गई हैं ।
सालो साल हम नारे लगते है पर कभी उसे प्रयोग मे नही ला पाते मुझे यह सोच कर बोहोत दुःख होता है कि अभी कुछ लोग कचरा सही इस्था पर नहीं फेक पाते जिसकी वझसे हमारा देश और भी प्रदूषित होता जा रहा है।
मुसकान- तो क्या हम दुनिया को इस खतरे से बच्चा सकते है।
सुमन-। haa बिल्कुल आज से हम खुद हफ़्ते में रोज एक दिन कम से कम दो पोधे लगाया करे गए
मुकान - बिल्कुल मै भी ये प्रण लेती हूं कि अभी से प्रदूषित करने वाले पदार्थो का प्रयो नहीं करुगी।