परचून की दुकान पर बैठे लालाजी ने कहा, "अरे भाई उनके लिए मरे जी का कोई मतलब ना
पर दूसरों के धर्म ईमान का तो ख्याल रखना चाहिए। जवान बेटे के मरने पर 13 दिन का स
होता है और वह यहां सड़क पर बाजार में आकर खरबूजे बेचने बैठ गई है। हजार आदमी आते
हैं। कोई क्या जानता है कि इसके घर में सूतक है। इसके खरबूजे खा ले, तो उसका ईमान-धर्म
रहेगा? क्या अंधेरा है।
1. लालाजी के अनुसार बुढ़िया के खरबूजे खा लेने पर क्या हो सकता है?
2. लालाजी ने क्या कहा ?
3. सूतक कितने दिनों का होता है?
4. “अंधेरा होना' मुहावरे का क्या अर्थ है?
5. उनके सर्वनाम का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
Section: B (1 mark each) (5 Marks)
जश्न-2 निम्नलिखित काव्य पाठ के आधार पर प्रश्नों के लघु उत्तर दीजिए।
1. रैदास ईश्वर के साथ किन-किन रूपों में एकाकार हो गए हैं?
2. जेल से छूटने के बाद सुखिया के पिता ने अपनी बच्ची को किस रूप में पाया?
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Explanation:
लालाजी लेकर आ रे भाई तुम यहां क्या कर रहे हो खरगोश बेच रहे हो क्या यह उसका
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