paragraph on हरि बहारि वसुनदहारा
Answers
वसुन्धरा राजे का जन्म 8 मार्च 1953 को मुम्बई में हुआ। वो ग्वालियर राजघराने की पुत्री हैं। उनके पिता का नाम जीवाजीराव सिन्धिया और माँ का नाम विजयाराज सिन्धिया है। वो मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता माधव राव सिंधिया की बहन हैं। उनका विवाह धौलपुर के एक जाट राजघराने में हुआ। उनका पुत्र दुष्यंत सिंह का विवाह गुर्जर राजघराने में निहारिका सिंह के साथ हुआ।[1]
राजनीतिक जीवन संपादित करें
वसुन्धरा राजे ने अपने जीवन का पहला चुनाव सन 1984 मे मध्यप्रदेश के भिडं लोकसभा क्षेत्र से ल था जिसमे उनकी हार हुई। उस वक्त पूरे देश में इंदिरा गांधी की हत्या की वज़ह से काग्रेस के पक्ष मे सहानुभूति लहर चल रही थी और इसी का फायदा उठा काग्रेस के प्रत्याशी कॄष्णा सिंह ने राजे को लगभग 88000 वोट से हरा दिया । राजे को 1984 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया था। इसके बाद 1985-87 के बीच राजे भाजपा युवा मोर्चा राजस्थान की उपाध्यक्ष रहीं। 1987 में वसुंधरा राजे राजस्थान प्रदेश भाजपा की उपाध्यक्ष बनीं। उनकी कार्यक्षमता, विनम्रता और पार्टी के प्रति वफादारी के चलते 1998-1999 में अटलबिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल में राजे को विदेश राज्यमंत्री बनाया गया। वसुंधरा राजे को अक्टूबर 1999 में फिर केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया। भैरोंसिंह शेखावत के उपराष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें राजस्थान में भाजपा राज्य इकाई का अध्यक्ष बनी।[2]
विधायक संपादित करें
1985-90 सदस्य, 8वीं राजस्थान विधान सभातत्त झालरापाटन से
2003-08 सदस्य, 12वीं राजस्थान विधान सभा में झालरापाटन से।
2008-13 सदस्य, 13वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से।
2013 सदस्य, 14वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से।
2018 सदस्य, 15वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से अपने प्रतिद्वंदी मानवेन्द्र सिह को हराया ।
वसुंधरा राजे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी है
सांसद संपादित करें
1989-91 : 9वीं लोक सभा सदस्या झालावाड़ से
1991-96 : 10वीं लोक सभा सदस्या
1996-98 : 11वीं लोक सभा सदस्या
1998-99 : 12वीं लोक सभा सदस्या
1999-03 : 13वीं लोक सभा सदस्या
वसुंधरा राजे के राजनीतिक जीवन पर इतिहासकार विजय नाहर की लिखी पहली पुस्तक वसुंधरा राजे और विकसित राजस्थान प्रभात प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित हुई और सर्वप्रथम राज्यपाल कल्याण सिंह को भेंट की गई।