paragraph on mere Jeevan ka lakshya in hindi
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Hi......
जीवन में लक्ष्य का होना बहुत जरूरी होता है बिना लक्ष्य के जीवन बिना नावक के नाव की तरह होती है जिसका कोई लक्ष्य नहीं होता पानी की एक लहर उसे कहीं भी धकेल कर ले जाती है। इसी तरह बिना लक्ष्य के मानव का जीवन भी दिशाहीन होकर इधर उधर भटकने लगता है।
हम सबको जीवन में सफल होने के लिए लक्ष्य जरूर बनाना चाहिए क्योंकि बिना लक्ष्य के जिन्दगी नष्ट हो जाती है। अपने लक्ष्य को मुख्य रखते हुए कोई डॉक्टर बनना चाहता है कोई पायलट बनना चाहता है कोई अध्यापक बनना चाहता है आदि।
आज कल देखा गया है के कुछ डॉक्टर पैसों के लिए यह धंधा चुनते हैं उनके जीवन का लक्ष्य ही पैसा कमाना होता है वह चंद पैसों के लिए मरीज की जिन्दगी के साथ खिलबाड़ करते हैं किन्तु कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं जिनकी जिन्दगी का लक्ष्य पैसा कमाना नहीं बल्कि मरीज की जिन्दगी बचाने से ज्यादा कुछ नहीं होता है मेरा भी ऐसा ही लक्ष्य है के में एक अच्छा और सफल डॉक्टर बनूं जिससे में ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर सकूं।
एक डॉक्टर बनने के लिए कठोर परिक्षम करना पड़ता है इसके लिए बहुत सारी कठोर परीक्षाओं से होकर गुजरना पड़ता है और अपनी सारी सुख सुविधाओं को त्यागना पड़ता है तभी जाकर एक डॉक्टर बनता है। एक डॉक्टर होने से पहले उसे एक अच्छा इन्सान होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि विनम्रता और सच्ची सहानभूति मरीज को दवाई से ज्यादा ठीक करती है।
ज्यादातर देखा जाता है के जब डॉक्टर किसी मरीज से प्रेमपूर्वक भावना से बात करता है तो मरीज का आधा दर्द तो डॉक्टर की बातों से दूर हो जाता है।
इसीलिए में एक सफल और अच्छा डॉक्टर बनना चाहता हूं जिससे में ज्यादास से ज्यादा गरीब और लाचार लोगों का इलाज कर उनकी मदद कर सकूं क्योंकि देश की सेवा से बड़ा और कोई काम नहीं होता है और में अपने लक्ष्य के प्रति गंभीरता से सोचता हूं और में इसके लिए सख्त मेहनत करने के लिए पूरा तैयार भी हूं।
Hope it will help u.. ☺
जीवन में लक्ष्य का होना बहुत जरूरी होता है बिना लक्ष्य के जीवन बिना नावक के नाव की तरह होती है जिसका कोई लक्ष्य नहीं होता पानी की एक लहर उसे कहीं भी धकेल कर ले जाती है। इसी तरह बिना लक्ष्य के मानव का जीवन भी दिशाहीन होकर इधर उधर भटकने लगता है।
हम सबको जीवन में सफल होने के लिए लक्ष्य जरूर बनाना चाहिए क्योंकि बिना लक्ष्य के जिन्दगी नष्ट हो जाती है। अपने लक्ष्य को मुख्य रखते हुए कोई डॉक्टर बनना चाहता है कोई पायलट बनना चाहता है कोई अध्यापक बनना चाहता है आदि।
आज कल देखा गया है के कुछ डॉक्टर पैसों के लिए यह धंधा चुनते हैं उनके जीवन का लक्ष्य ही पैसा कमाना होता है वह चंद पैसों के लिए मरीज की जिन्दगी के साथ खिलबाड़ करते हैं किन्तु कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं जिनकी जिन्दगी का लक्ष्य पैसा कमाना नहीं बल्कि मरीज की जिन्दगी बचाने से ज्यादा कुछ नहीं होता है मेरा भी ऐसा ही लक्ष्य है के में एक अच्छा और सफल डॉक्टर बनूं जिससे में ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर सकूं।
एक डॉक्टर बनने के लिए कठोर परिक्षम करना पड़ता है इसके लिए बहुत सारी कठोर परीक्षाओं से होकर गुजरना पड़ता है और अपनी सारी सुख सुविधाओं को त्यागना पड़ता है तभी जाकर एक डॉक्टर बनता है। एक डॉक्टर होने से पहले उसे एक अच्छा इन्सान होना बहुत जरूरी होता है क्योंकि विनम्रता और सच्ची सहानभूति मरीज को दवाई से ज्यादा ठीक करती है।
ज्यादातर देखा जाता है के जब डॉक्टर किसी मरीज से प्रेमपूर्वक भावना से बात करता है तो मरीज का आधा दर्द तो डॉक्टर की बातों से दूर हो जाता है।
इसीलिए में एक सफल और अच्छा डॉक्टर बनना चाहता हूं जिससे में ज्यादास से ज्यादा गरीब और लाचार लोगों का इलाज कर उनकी मदद कर सकूं क्योंकि देश की सेवा से बड़ा और कोई काम नहीं होता है और में अपने लक्ष्य के प्रति गंभीरता से सोचता हूं और में इसके लिए सख्त मेहनत करने के लिए पूरा तैयार भी हूं।
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मनुष्य का महत्वाकांक्षी होना एक स्वाभाविक गुण है । प्रत्येक व्यक्ति जीवन में कुछ न कुछ विशेष प्राप्त करना चाहता है । कुछ बड़े होकर डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते हैं तो कुछ व्यापार में अपना नाम कमाना चाहते हैं ।
इसी प्रकार कुछ समाज सेवा करना चाहते हैं तो कुछ भक्ति के मार्ग पर चलकर ईश्वर को पाने की चेष्टा करते है । सभी व्यक्तियों की इच्छाएँ अलग-अलग होती हैं परंतु इनमें से बहुत कम लोग ही अपनी इच्छा को साकार रूप में देख पाते हैं । थोड़े से भाग्यशाली अपनी इच्छा को मूर्त रूप दे पाते हैं । ऐसे व्यक्तियों में सामान्यता दृढ़ इच्छा-शक्ति होती है और वे एक निश्चित लक्ष्य की ओर सदैव अग्रसर रहते हैं ।
मनुष्य के जीवन में एक निश्चित लक्ष्य का होना अनिवार्य है । लक्ष्यविहीन मनुष्य क्रिकेट के खेल में उस गेंदबाज की तरह होता है जो गेंद तो फेंकता है परंतु सामने विकेट नहीं होते । इसी भाँति हम परिकल्पना कर सकते हैं कि फुटबाल के खेल में जहाँ खिलाड़ी खेल रहे हों और वहाँ से गोल पोस्ट हटा दिया जाए तो ऐसी स्थिति में खिलाड़ी किस स्थिति में होंगे इस बात का अनुमान स्वत: ही लगाया जा सकता है । अत: जीवन में एक निश्चित लक्ष्य एवं निश्चित दिशा का होना अति आवश्यक है ।
मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं बड़ा होकर चिकित्सक बनूँ और अपने चिकित्सा ज्ञान से उन सभी लोगों को लाभान्वित करूँ जो धन के अभाव में उचित चिकित्सा प्राप्त नहीं कर पाते हैं । मैं इस बात को अच्छी तरह समझता हूँ कि एक अच्छा चिकित्सक बनना आसान नहीं है ।
अच्छे विद्यालय का चयन, उसमें प्रवेश पाना तथा पढ़ाई में होने वाला खर्च आदि अनेक रुकावटें हैं । परंतु मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इन बाधाओं को पार कर सकूँगा । इसके लिए मैंने बहुत कड़ी मेहनत का संकल्प लिया है । उचित मार्गदर्शन के लिए मैं अपने अध्यापक व अनुभवी छात्रों का सहयोग ले रहा हूँ ।
चिकित्सक बनने के बाद मैं भारत के उन गाँवों में जाना चाहता हूँ जहाँ पर अच्छे चिकित्सक का अभाव है अथवा जहाँ पर चिकित्सा केंद्र की व्यवस्था नहीं है । में उन सभी लोगों का इलाज नि:शुल्क करना चाहता हूँ जो धन के अभाव में अपना इलाज नहीं करा पाते हैं । इसके अतिरिक्त मैं उनमें अच्छे स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता लाना चाहता हूँ ।
वे किस प्रकार जीवन-यापन करें, सफाई, स्वास्थ्य एवं संतुलित भोजन के महत्व को समझें, इसके लिए मैं व्यापक रूप से अपना योगदान देना चाहता हूँ । आजकल कुछ परंपरागत रोगों का इलाज तो आसानी से संभव है लेकिन उचित जानकारी का अभाव, रोग तीव्र होने पर ही इलाज के लिए तत्पर होना जैसी समस्याएँ अशिक्षितों एवं ग्रामीणों की प्रमुख समस्याएँ हैं ।
इसी प्रकार कुछ समाज सेवा करना चाहते हैं तो कुछ भक्ति के मार्ग पर चलकर ईश्वर को पाने की चेष्टा करते है । सभी व्यक्तियों की इच्छाएँ अलग-अलग होती हैं परंतु इनमें से बहुत कम लोग ही अपनी इच्छा को साकार रूप में देख पाते हैं । थोड़े से भाग्यशाली अपनी इच्छा को मूर्त रूप दे पाते हैं । ऐसे व्यक्तियों में सामान्यता दृढ़ इच्छा-शक्ति होती है और वे एक निश्चित लक्ष्य की ओर सदैव अग्रसर रहते हैं ।
मनुष्य के जीवन में एक निश्चित लक्ष्य का होना अनिवार्य है । लक्ष्यविहीन मनुष्य क्रिकेट के खेल में उस गेंदबाज की तरह होता है जो गेंद तो फेंकता है परंतु सामने विकेट नहीं होते । इसी भाँति हम परिकल्पना कर सकते हैं कि फुटबाल के खेल में जहाँ खिलाड़ी खेल रहे हों और वहाँ से गोल पोस्ट हटा दिया जाए तो ऐसी स्थिति में खिलाड़ी किस स्थिति में होंगे इस बात का अनुमान स्वत: ही लगाया जा सकता है । अत: जीवन में एक निश्चित लक्ष्य एवं निश्चित दिशा का होना अति आवश्यक है ।
मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं बड़ा होकर चिकित्सक बनूँ और अपने चिकित्सा ज्ञान से उन सभी लोगों को लाभान्वित करूँ जो धन के अभाव में उचित चिकित्सा प्राप्त नहीं कर पाते हैं । मैं इस बात को अच्छी तरह समझता हूँ कि एक अच्छा चिकित्सक बनना आसान नहीं है ।
अच्छे विद्यालय का चयन, उसमें प्रवेश पाना तथा पढ़ाई में होने वाला खर्च आदि अनेक रुकावटें हैं । परंतु मुझे पूरा विश्वास है कि मैं इन बाधाओं को पार कर सकूँगा । इसके लिए मैंने बहुत कड़ी मेहनत का संकल्प लिया है । उचित मार्गदर्शन के लिए मैं अपने अध्यापक व अनुभवी छात्रों का सहयोग ले रहा हूँ ।
चिकित्सक बनने के बाद मैं भारत के उन गाँवों में जाना चाहता हूँ जहाँ पर अच्छे चिकित्सक का अभाव है अथवा जहाँ पर चिकित्सा केंद्र की व्यवस्था नहीं है । में उन सभी लोगों का इलाज नि:शुल्क करना चाहता हूँ जो धन के अभाव में अपना इलाज नहीं करा पाते हैं । इसके अतिरिक्त मैं उनमें अच्छे स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता लाना चाहता हूँ ।
वे किस प्रकार जीवन-यापन करें, सफाई, स्वास्थ्य एवं संतुलित भोजन के महत्व को समझें, इसके लिए मैं व्यापक रूप से अपना योगदान देना चाहता हूँ । आजकल कुछ परंपरागत रोगों का इलाज तो आसानी से संभव है लेकिन उचित जानकारी का अभाव, रोग तीव्र होने पर ही इलाज के लिए तत्पर होना जैसी समस्याएँ अशिक्षितों एवं ग्रामीणों की प्रमुख समस्याएँ हैं ।
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