India Languages, asked by dhruvshah06, 6 months ago

Paragraph on statue of unity in Sanskrit

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Answered by MadhushreeDey794
6

Explanation:

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है,[2][3][4] जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है।[5] गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था। यह स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है। यह स्थान भारतीय राज्य गुजरात के भरुच के निकट नर्मदा जिले में स्थित है।

Answered by tusharahuja59046
2

Explanation:

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री वल्लभभाई पटेल को समर्पित एक स्मारक है,[2][3][4] जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है।[5] गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था। यह स्मारक सरदार सरोवर बांध से 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है। यह स्थान भारतीय राज्य गुजरात के भरुच के निकट नर्मदा जिले में स्थित है।[6]

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

एकता की मूर्ति

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की गुजरात के मानचित्र पर अवस्थितिस्टैच्यू ऑफ यूनिटी

निर्माण स्थल की गुजरात राज्य में अवस्थिति

निर्देशांक

21°50′16″N 73°43′08″E / 21.83778°N 73.71889°E

स्थिति

साधू बेट, सरदार सरोवर बांध के निकट, गरुड़ेश्वर बांध, नर्मदा जिला, गुजरात, भारत

अभिकल्पना

राम सुतार

प्रकार

मूर्ति

सामग्री

इस्पात साँचे, प्रबलित कंक्रीट, कांस्य का लेप[1]

ऊँचाई

मूर्ति: 182 मीटर (597 फीट)

आधार सहित: 240 मीटर (790 फीट)

[1]

निर्माण आरंभ

अक्टूबर 31, 2013; 7 वर्ष पहले

समर्पित

वल्लभभाई पटेल

यह विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है, जिसकी लम्बाई 182 मीटर (597 फीट) है।[7] इसके बाद विश्व की दूसरी सबसे ऊँची मूर्ति चीन में स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध है, जिसकी आधार के साथ कुल ऊंचाई 208 मीटर (682 फीट) हैं।[8]

प्रारम्भ में इस परियोजना की कुल लागत भारत सरकार द्वारा लगभग ₹3,000 करोड़ (US$438 मिलियन) रखी गयी थी,[9] बाद लार्सन एंड टूब्रो ने अक्टूबर 2014 में सबसे कम ₹2,989 करोड़ (US$436.39 मिलियन) की बोली लगाई; जिसमें आकृति, निर्माण तथा रखरखाव शामिल था। निर्माण कार्य का प्रारम्भ 31 अक्टूबर 2013 को प्रारम्भ हुआ।[10][11] मूर्ति का निर्माण कार्य मध्य अक्टूबर 2018 में समाप्त हो गया।[12] इसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 31 अक्टूबर 2018 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर किया गया।[13]

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