Math, asked by abhirajagarwal, 10 months ago

परन्तु (ii) सत्य नहीं है क्योंकि यहाँ शीर्ष में सुमेलन नहीं है।
- प्रश्नावली 15.4
D
B.
900
1. निम्नांकित चित्रों में R-H-S सर्वांगसमता का उपयोग करके बताएं कि कौन-कौन से त्रिभुज युग्म सर्वांगसम हैं? उन्हें सादेशे
क्या R-H-Sसर्वांगसमता की शर्त को A-S-Sया S-A-S के रूप में रूपांतरित कर सकते हैं? कारण सहित बताइए
कथन (1) सत्य है।
P
रूप में लिखिए।
90°
3.5cm
3.5cm
2cm
2cm
C
R
Зст
आकृति (1)
2.
AABC = APQR स्थापित करने के लिए R-H-S से ZB = ZP =90°
AB = RP और किस सूचना की आवश्यकता हैं?
(d) इनमें से कोई नहीं,
(a) ACERQ
(b) AB=RP
(c) AC =PQ
3.
4. ABC एक समद्विबाहु त्रिभुज है, जिसमें AB=AC है तथा A से DC पर एक लंब AD है।
(1) क्या AABDE AACD है?
AM
Q
90°
S
आकृति (1)
(ii) क्या BD = DC है?
परियोजना कार्य
कागज काटकर दो त्रिभुज बनाइए एवं उनमें सर्वांगसमता की किस शर्त को पूरा किया जाता है, चर्चा कीजिए?​

Answers

Answered by GujjarBoyy
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Step-by-step explanation:

सर्वांगसमता का एक उदाहरण - वायीं तरफ् की दो आकृतियाँ सर्वांगसम हैं; तीसरी आकृति उनके समरूप है; अन्तिम आकृति, पहली दो आकृतियों के न तो सर्वांगसम है न ही समरूप।

ज्यामिति में बिन्दुओं के दो समुच्चय को परस्पर सर्वांगसम (congruent) कहते हैं यदि उनमें से किसी एक समुच्चय को स्थानान्तरण (translation), घूर्णन (rotation), परावर्तन (reflection) या इनके मिश्रित क्रियाओं के द्वारा परिवर्तित करने पर दूसरा समुच्चय प्राप्त किया जा सके। सर्वांगसम = सर्व + अंग + सम = सभी अंग बराबर। इसे और अधिक सरल रूप में यों कह सकते हैं कि दो चित्र यदि आकार-प्रकार (shape and size) में समान हैं तो वे परस्पर सर्वांगसम होते हैं (यद्यपि वे अलग-अलग स्थान पर हैं या अलग-अलग स्थितिओं में हो सकते हैं)।

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