परशुराम जी श्री राम को सहस्रबाहु के समान शत्रु क्यों मानते हैं
Answers
Answered by
7
सीता स्वयंवर के दौरान रामजी ने राजा जनक के दरबार में रखे शिव धनुष को उठाकर उस पर प्रत्यंचा चढ़ाने की कोशिश की। इसी क्रम में शिव धनुष टूट गया और परशुराम जी जो कि शिव जी के अनन्य भक्त थे वह क्रोधित हो उठे। जिस कारण उन्होंने शिव धनुष तोड़ने वाले को सहस्त्रबाहु के समान शत्रु मान लिया।
Answered by
0
kyonki ram aur sahastrabahu langotiye yaar the
Similar questions
Social Sciences,
3 months ago
Computer Science,
3 months ago
Hindi,
3 months ago
Psychology,
7 months ago
Math,
7 months ago
English,
11 months ago