परशुराम ने अपने विषय में सभा में क्या-क्या कहा, निम्न पद्यांश के आधार पर लिखिए बाल ब्रह्मचारी अति कोही बिस्वबिदित क्षत्रियकुल द्रोही ॥ भुजबल भूमि भूप बिनु कीन्ही । बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही ।। सहसबाहुभुज छेदनिहारा । परसु बिलोकु महीपकुमारा॥ मातु पितहि जनि सोचबस करसि महीसकिसोर। गर्भन्ह के अर्भक दलन परसु मोर अति घोर ॥
Answers
Answered by
3
Answer:
परशुराम ने अपने विषय में सभा कहा था :
परशुराम ने अपने विषय में यह कहा कि वे बाल ब्रह्मचारी हैं|
वह अति क्रोधी स्वभाव के हैं।
सारा संसार जनता था की वह क्षेत्रीय वंश की प्रति द्रोही थे| उन्होंने पृथ्वी से क्षत्रिय राजाओं को समाप्त कर देने की प्रतिज्ञा कर रखी| उन्होंने कई बार भुजाओं की ताकत से इस धरती को क्षत्रिय राजाओं से मुक्त किया है और ब्राह्मणों को दान में दिया है|
वह मानते थे की उनका फरसा बड़ा भयानक था जो गर्भ में ही बच्चों का नाश कर देने वाला था| गुस्सा आने पर वह छोटे-बड़े में कोई अंतर नहीं करते थे और किसी का भी वध कर देते है|
Explanation:
Hope it helps! :D
Similar questions