pardushan ki samasya
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Answer:
pradushan ki samasya day by day badhte ja rahi hai.We must have controll it to overcome the difficulties may arise in future generations
Explanation:
प्रदूषण : एक समस्या --
प्रदूषण का अर्थ है - दोषपूर्ण हो जाना। जब प्रकृति में असंतुलन हो जाता है तब प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो जाती है । प्रदूषण के कारण सारा वातावरण दूषित हो गया है। अब तक प्रकृति स्वयं वातावरण को स्वच्छ बनाए रखती थी। पर मनुष्य के स्वार्थ ने प्रदूषण को बढ़ावा दिया है। वृक्षों को अंधाधुंध काटने से जंगल निरंतर बढ़ते चले जा रही हैं । वृक्ष ही वातावरण को शब्द रखते थे। वह अंगारक वायु को ग्रहण करके ऑक्सीजन में बदल देते हैं । वृक्षों की संख्या में गिरावट से वायु अशुद्ध होती जा रही है। यही वातावरण प्रदूषण का मुख्य कारण है । इसके अलावा कारखानों की चिमनी ओं से निकलने वाला धुआं तथा गाड़ियों का धुआ भी वातावरण में प्रदूषण फैला रहा है। प्रदूषण के और भी रूप हैं। हमारी नदियों का जल भी प्रदूषित होता चला जा रहा है। अब गंगा नदी पवित्र नहीं रह गई है। शहरों के गंदे नालों का पानी नदियों में गिर रहा है और जल को प्रदूषित कर रहा है। इन्हीं में बहाया जा रहा है।शहरों के बढ़ते शोर ने ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा दिया है । कारखानों का शोर वाहनों का शोर बस चारों और शोर ही शोर है।इससे बहरेपन की समस्या पैदा हो रही है। वायु प्रदूषण से सांस के रोग बढ़ रहे हैं। गंदे जल ने पेट की बीमारियों को बढ़ावा दिया है। अब समय आ गया है जब प्रदूषण के कारणों को मिटाना होगा। अधिक से अधिक वृक्ष लगाकर वायु को प्रदूषण से बचाना होगा।