Pariksha Bhavan ke bahar do chhatron ka samvad
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Answer: सुरेश और सचिन विज्ञान की परीक्षा
लिखकर हॉल से बाहर आये। आइये उनके संवाद को सुनें।
सुरेश - "आज का
परीक्षा पत्र कितना कठिन था।"
सचिन - "सच में मुझे
तो संदेह है कि मैं परीक्षा में उत्तीर्ण हो सकूंगा या नहीं।"
सुरेश - "मैंने तो मन
लगाकर पढ़ाई करी थी, न जाने क्यों मुझे सब प्रश्नों के उत्तर ठीक से नहीं आये।"
सचिन - "मुझे लगता है
कि हमलोगों ने पुस्तक से पढ़ाई तो करी थी पर शायद कक्षा में अध्यापक द्वारा पढ़ाये
गए पाठ पर अधिक ध्यान नहीं दिया था।"
सुरेश - "हाँ तुम सही
कह रहे हो। आज परीक्षा के अधिकतर प्रश्न उसी पर आधारित थे।"
सचिन - "आज परीक्षा
में कठिनाई का सामना करके मैंने निश्चय कर लिया है कि कक्षा में अध्यापक जी की
बातों पर पूरा ध्यान दूँगा।"
सुरेश - "हाँ मैंने भी
तय कर लिया है कि नियमित रूप से अपना गृहकार्य करूँगा ताकि भविष्य में मुझे फिर से
ऐसी कठिनाई न झेलनी पड़े।"
Note : Pls put a thanks and mark as brainliest
Answer:
राजन: अरे रघु क्या बात है तुम अभी भी पढ़ रहे हो?
रघु: हाँ भाई समय कम होने के कारण मैं एक पाठ की तैयारी नहीं कर पाया।
राजन: पर तुम अभी परीक्षा भवन के बाहर खड़े हो यदि तुम अभी पढ़ोगे तो तुम पहले वाला भी सब कुछ भूल जाओगे और तुम्हारा दिमाग बहुत खराब हो जाएगा।
रघु: मुझे लगता है तुम ठीक कह रहे हो इसलिए चलो मैं यह रख देता हूं।
राजन: परीक्षा से तुरंत पहले हमें बस अपना मन शांत करना चाहिए।
रघु: हाँ भाई तुम ठीक कह रहे हो
Or
शीला: रीना इस बार परीक्षा कैसी रही है तुम्हारी?
रीना: बहुत अच्छी I और तुम्हारी?
शीला: मेरी भी बहुत अच्छीI
रीना: इस बार मेरे अंक बहुत अच्छे आएंगे क्योंकि मैंने सारे प्रश्न के सही उत्तर दिए हैंl
शीला: चलो अच्छी बात है I मेरे भी अच्छे अंक आ सकते हैं प्रश्न तो मैंने भी सारे ही किए हैं बाकी परिणाम आएगा तभी पता चलेगाl
रीना: हाँ वो तो है I चलो घर चलते हैं I अब बहुत देर हो गईl
शीला: हाँ चलोl