Pariksha me asafal hone par mata ji patra likhiye
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दि. 20-01-2019
प्रति,
श्री निवास,
एम.जी. रोड,
नाशिक-05
विषय- परीक्षा में असफल होने पर माताजी लो पत्र लिखने
हेतु।
प्रिय माँ,
कैसी हो? वहाँ सब कैसे है? यहाँ पर सब कुशल मंगल है। आशा करता हूँ कि आप सब अच्छे होंगे।
में आपको यह पत्र अपने परीक्षा के बारे के बताने के लिए लिख रहा हूँ। इस बार में परीक्षा में मै असफल हुआ हूँ। जानता हुँ की आप यह पढ़ कर गुस्सा करेगी, यह गुस्सा जायस हैं। पर अगली बार मै अच्छे अंक लाऊंगा।
आपका विश्वासु
अ.ब.क.
निवारा बॉयज होस्टल
गंगापुर रोड
नाशिक-13
Email ID- [email protected]
प्रति,
श्री निवास,
एम.जी. रोड,
नाशिक-05
विषय- परीक्षा में असफल होने पर माताजी लो पत्र लिखने
हेतु।
प्रिय माँ,
कैसी हो? वहाँ सब कैसे है? यहाँ पर सब कुशल मंगल है। आशा करता हूँ कि आप सब अच्छे होंगे।
में आपको यह पत्र अपने परीक्षा के बारे के बताने के लिए लिख रहा हूँ। इस बार में परीक्षा में मै असफल हुआ हूँ। जानता हुँ की आप यह पढ़ कर गुस्सा करेगी, यह गुस्सा जायस हैं। पर अगली बार मै अच्छे अंक लाऊंगा।
आपका विश्वासु
अ.ब.क.
निवारा बॉयज होस्टल
गंगापुर रोड
नाशिक-13
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Hindi Letter “Pariksha me Asaphal rahne par mitra ko Sahanbhuti Patra” , “परीक्षा में असफल रहने पर मित्र को सुहानुभूति” Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes
परीक्षा में असफल रहने पर मित्र को सुहानुभूति प्रकट करते हुए पत्र
Pariksha me Asaphal rahne par mitra ko Sahanbhuti Patra
स्थान…………………..
दिनांक………………..
मेरे प्रिय मित्र,
मुझे तुम्हारे परीक्षा मे असफल होने के समाचार से बड़ा दुःख हुआ। यह वास्तव में तुम्हारी बदकिस्मती ही है। तुम आजकल दुःखी मनोदशा मे रहते होंगे। परीक्षा मंे असफल होने के बारे में जब-तब अकेले में सोचते रहना भी बड़ा कष्टकर होता है। मैं तुम्हारे अकेलेपन को दूर करने तथा सान्तवना प्रदान करने के लिए तुम्हारे पास शीघ्र ही आ रहा हूँ।
जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव आते हैं। यह सुख व दुःख का मिश्रण है। हमें प्रकार की परिस्थितियों का सामना धैयपूर्वक करना चाहिए। अपने आपको हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। अब तुम खुद को दूसरे प्रयास के लिए दृढ़ निश्चय के साथ तैयार करो। यदि तुम अपने अध्ययन मे पर्याप्त श्रम और समय लगाते रहे तो प्रथम श्रेणी भी प्राप्त कर सकते हो।
जो गुजर गया उसे भूल जाओ और आगे की चिंता करो। अपने नियमित अध्ययन के लिए कार्यक्रम तैयार करों। उस पर चलो और सफलता का पुरस्कार प्राप्त करो। अपने दिल को छोटा मत करो।
परीक्षा में असफल रहने पर मित्र को सुहानुभूति प्रकट करते हुए पत्र
Pariksha me Asaphal rahne par mitra ko Sahanbhuti Patra
स्थान…………………..
दिनांक………………..
मेरे प्रिय मित्र,
मुझे तुम्हारे परीक्षा मे असफल होने के समाचार से बड़ा दुःख हुआ। यह वास्तव में तुम्हारी बदकिस्मती ही है। तुम आजकल दुःखी मनोदशा मे रहते होंगे। परीक्षा मंे असफल होने के बारे में जब-तब अकेले में सोचते रहना भी बड़ा कष्टकर होता है। मैं तुम्हारे अकेलेपन को दूर करने तथा सान्तवना प्रदान करने के लिए तुम्हारे पास शीघ्र ही आ रहा हूँ।
जीवन में अनेक उतार-चढ़ाव आते हैं। यह सुख व दुःख का मिश्रण है। हमें प्रकार की परिस्थितियों का सामना धैयपूर्वक करना चाहिए। अपने आपको हतोत्साहित नहीं करना चाहिए। अब तुम खुद को दूसरे प्रयास के लिए दृढ़ निश्चय के साथ तैयार करो। यदि तुम अपने अध्ययन मे पर्याप्त श्रम और समय लगाते रहे तो प्रथम श्रेणी भी प्राप्त कर सकते हो।
जो गुजर गया उसे भूल जाओ और आगे की चिंता करो। अपने नियमित अध्ययन के लिए कार्यक्रम तैयार करों। उस पर चलो और सफलता का पुरस्कार प्राप्त करो। अपने दिल को छोटा मत करो।
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