Parivar mein agar Adhik sadasya ho to usse kya Labh Hota Hai?
Answers
परिवार में अधिक सदस्य होने पर क्या लाभ होते हैं?
परिवार में अगर अधिक सदस्य होते हैं तो उससे संकट या मुसीबत की घड़ी में बेहद लाभ होता है। अधिक सदस्य वाले परिवार हमारी भारतीय संस्कृति का ही एक रूप है। हम बड़े-बड़े परिवारों में रहने के आदी हैं। हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति में सब लोग मिल-जुल कर रहते थे और संयुक्त परिवारों का प्रचलन अधिक था। इस कारण हर परिवार में अधिक सदस्य ही होते थे जो मुसीबत की घड़ी में दूसरे के काम आते थे।
जहाँ परिवार में ज्यादा सदस्य होते हैं, उस परिवार की रौनक देखते ही बनती है। परिवार में अधिक सदस्य होने से कोई भी बाहरी व्यक्ति परिवार के किसी भी सदस्य से उलझने का साहस जल्दी नहीं करता क्योंकि परिवार के अन्य सदस्य ऐसे समय में एक होकर मुकाबला करते हैं। परिवार में अधिक सदस्य होने से एकता की भावना मजबूत होती है और किसी भी विरोधी या बाहरी व्यक्ति से आसानी से मुकाबला किया जा सकता है।
यदि घर में कोई बीमार पड़ जाए तो परिवार के अधिक सदस्य होने पर उस व्यक्ति की तीमारदारी अच्छे ढंग से हो जाती है और वह व्यक्ति भी वह जल्दी स्वस्थ होता है।
परिवार में जब अधिक सदस्य होते हैं तो मिलजुल कर रहने में जो मजा आता है, वह कम सदस्यों के वाले परिवार में नहीं होता। सब मिलजुल कर खाना बनाते हैं, हँसते गाते हैं, उस का आनंद ही अलग है। त्योहारों पर बड़े परिवारों में रौनक देखते ही बनती है और चहल-पहल का वातावरण होता है।
जिस परिवार में अधिक सदस्य होते हैं तो यदि किसी एक सदस्य की नौकरी या व्यापार आदि बंद हो जाये तो उसका प्रत्यक्ष रूप से ज्यादा असर जल्दी नहीं पड़ता, क्योंकि परिवार के अन्य सदस्यों उसे संभाल लेते हैं, लेकिन यदि कम सदस्यों वाले परिवार में किसी एक व्यक्ति की नौकीर व्यवसाय आदि छूट जाए तो पूरा परिवार से प्रभावित हो जाता है।
इसलिए परिवार में अधिक सदस्यों होने के अनेक लाभ हैं, उसके नुकसान कम हैं। विशेषकर छोटे शहरों और गाँव में तो परिवारों में अधिक सदस्य होते भी है, और उनके लाभ भी होते हैं।
☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼☼