parshepya के परास का मूल क्या होता है
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प्रक्षेप्य को जिस स्थान से फेंका जाता है, पुनः उसी समतल तक आने में उसके द्वारा तय की गई कुल क्षैतिज दूरी प्रक्षेप्य की परास (Range) कहलाती है। बिन्दु O से फेंके गये प्रक्षेप्य के लिए दूरी OA, प्रक्षेप्य की परास है। माना प्रक्षेप्य को O से A तक पहुँचने में लगा कुल समय T है। यहाँ पर x = R क्षैतिज दूरी के लिए।
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