Parshuram kis Karya ko Ari Karni kah rahe hain
Answers
परशुराम किस कार्य को अरि करना कह रहे हैं।
► परशुराम शिवजी के धनुष को राम द्वारा तोड़े जाने के कार्य को अरि करना कह रहे हैं।
परशुराम कहते हैं कि...
सेवकु सो जो करै सेवकाई। अरि करनी करि करिअ लराई।
सुनहु राम जेहिं सिवधनु तोरा। सहसबाहु सम सो रिपु मोरा।।
अर्थात परशुराम कहते हैं कि सेवक का कार्य तो सेवा करने का होता है, लेकिन तुमने तो शत्रु वाला कार्य किया है। सुनो राम, जो मेरे परम प्रिय शिवजी के इस धनुष को तोड़ने वाला मेरा शत्रु है। वो मेरा शत्रु बिल्कुल उसी तरह है, जिस तरह सहस्रबाहु मेरा शत्रु है।
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Answer:
Parshuram ne shiv ji ke dhnush todne ke karya ko ari karni kha hai.