पश्चिमी की 3
विशेषताएं
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पश्चिमी भारत क्षेत्र में भारत के महाराष्ट्र, गोआ और गुजरात राज्य तथा दादरा एवं नगर हवेली एवं दमन एवं दीव केन्द्र शासित प्रदेश आते हैं। यह क्षेत्र उच्चस्तरीय औद्योगिक तथा आवासित है। पश्चिमी क्षेत्र के अधिकांश क्षेत्र मराठा साम्राज्य में आते थे। इनको घेरे हुए हैं थार मरुस्थल उत्तरी ओर से, पूर्वी ओर से विंध्य पर्वत एवं दक्षिणी ओर से अरब सागर।
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Answer:
hot and dry season.
Explanation:
पश्चिमीकरण की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
1. एक तटस्थ अवधारणा- पश्चिमीकरण की प्रक्रिया केवल भारतीय समाज पर पश्चिमी जीवन पद्धति के प्रभाव को स्पष्ट करती है। यह प्रक्रिया नैतिक रूप से इसलिए तटस्थ है कि इसके अनुसार किसी परिवर्तन को पहले की तुलना में अच्छा या बुरा नहीं कहा जा सकता।
2. एक व्यापक अवधारणा- पश्चिमीकरण की प्रक्रिया का क्षेत्र बहुत व्यापक है। इसमें अनेक प्रकार के परिवर्तनों का समावेश है। जैसे- खान-पान, वेशभूषा, शिष्टाचार के तरीकों तथा व्यवहार के ढंगों में परिवर्तन ज्ञान विज्ञान, प्रौद्योगिकी और साहित्य में परिवर्तन, तथा सामाजिक मूल्यों और विचारों में परिवर्तन आदि।
3. एक निश्चित आदर्श का अभाव- भारतीय संस्कृति के विभिन्न पक्षों पर इंग्लैण्ड के अतिरिक्त अमरीका, रूस तथा इटली की सांस्कृतिक विशेषताओं का भी प्रभाव पड़ा है। स्पष्ट है कि भारत में पश्चिमीकरण की प्रक्रिया किसी एक देश को आदर्श मानकर नहीं चलती।
4. नये मूल्यों का समावेश- पश्चिमी देशों की संस्कृति जिन मूल्यों पर आधारित है, उसकी प्रकृति भारतीय संस्कृति के परम्परागत मूल्यों से काफी भिन्न है। पश्चिमी संस्कृति में सामाजिक समानता, सामाजिक न्याय, व्यक्तिगत स्वतन्त्रता, मानवीय अधिकारों के प्रति चेतना, तार्किकता तथा भौतिक विकास आदि प्रमुख मूल्य है।