पत्नी वियोग में कौन व्यक्ति,
बन गया माउंटेन मैन लिखो ?
है कौन मैट्रो मैन यहाँ
उसका भी सादर नाम लिखो ?
Answers
प्रश्न:- पत्नी वियोग में कौन बन गया ' माउंटेन
मैन ' ? चर्चा कीजिए ।
उत्तर :- दशरथ मांझी गेहलौर गांव के मजदूर थे ।
गेहलौर गांव , (बिहार) गया के निकट है । इनकी
अर्धांगिनी का नाम फाल्गुनी देवी था , जिनकी
मृत्यु चिकित्सा नहीं होने के कारण से हुई थी ।
चिकित्सा नहीं होने का कारण था ' दूरी '।
चिकित्सालय गांव से बहुत दूर था अर्थात इस
वजह से सही समय पर चिकित्सा न प्राप्त करने
हेतु उनकी पत्नी का देहांत हो गया ।
इस वजह से उन्होंने प्रण लेते हुए पहाड़ों के बीच ' छैनी और हथौड़ा ' के मदद से एक मार्गबनाया । इस मार्ग के कारण ' अत्रि और वज़ीरगंज ' के बीच की दूरी बहुत कम हो गई ।
निष्कर्ष स्वरूप उनको ' माउंटेन मेंन ' उपाधि से
नवाजा गया ।
माउंटेन मेन और मेट्रो मेन कौन-कौन हैं ?
Explanation:
अपने पत्नी के वियोग से गंभीर रूप से प्रभावित माउंटेन मेन का नाम हैं "दशरथ मांझी" | इनके दृढ़ सक्ल्प और इच्छा शक्ति को देख कर हर किसी के मुह से वाह शब्द निकलना बहुत ही स्वाभाविक हैं | इन्होंने अपने हाथों से लगातार 20 सालों तक काम करके एक पहाड़ को काट कर उसके मध्य से सड़क बना डाला |
इसके अलावा "इ. श्रीधरण" को मेट्रो मेन कहा जाता हैं | उन्होने भारतीय रेल में "कोंकण रेल" को बनाया था , तथा उन्हीं के द्वारा दिल्ली में मौजूद मेट्रो की भी बनाया गया था | उनके कारण ही भारत के जन-परिवहन तंत्र को सही तरीके से विकसित किया गया |