Hindi, asked by devendra97953, 1 month ago

पत्रों के प्रकार 260 अनौपचारिक पत्रों का प्रारूप अथवा ढाँचा 262 1.अनौपचारिक पत्र 262 व्यक्तिगत/पारिवारिक/सामाजिक पत्र 270 270 272 2. औपचारिक पत्र (क) आवेदन/प्रार्थना-पत्र (प्रधानाचार्य/मुख्याध्यापक को) (ख) आवेदन-पत्र (नौकरी के लिए) (ग) कार्यालयी पत्र (सरकारी/अर्धसरकारी संस्थाओं को) (घ) कार्यालयी पत्र (संपादक के नाम) ङ) व्यावसायिक पत्र 278 286 289 292-305 3. संवाद-लेखन .292 संवाद-लेखन के विभिन्न आधार .293 संवाद-लेखन के कुछ उदाहरण.​

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Answered by OfficialDearSir9
2

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Explanation:

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Answered by uratnakar1980
0

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Letter Writing – पत्र लेखन

पत्र का शाब्दिक अर्थ होता है – ऐसा कागज जिस पर कोई बात लिखी या छपी हो। पत्र लेखन के माध्यम से हम अपने भावों और विचारों को व्यक्त कर सकते हैं। पत्रों के माध्यम से एक व्यक्ति अपनी बातों को लिखकर दूसरों तक पहुँचा सकता है। जिन बातों को लोग कहने में हिचकिचाते हैं, उन बातों को पत्रों के माध्यम से आसानी से समझाया या कहा जा सकता है।

 

Types of Letters – पत्रों के प्रकार

मुख्य रूप से पत्रों को निम्नलिखित दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है –

(1) औपचारिक-पत्र

(2) अनौपचारिक-पत्र

 

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Difference between formal or informal letter – औपचारिक और अनौपचारिक पत्रों में अंतर

Formal Letter in Hindi – औपचारिक पत्र

यह पत्र उन्हें लिखा जाता है जिनसे हमारा कोई निजी संबंध ना हो। औपचारिक पत्र लेखन में मुख्य रूप से संदेश, सूचना एवं तथ्यों को ही अधिक महत्व दिया जाता है। व्यवसाय से संबंधी, प्रधानाचार्य को लिखे प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, सरकारी विभागों को लिखे गए पत्र, संपादक के नाम पत्र आदि औपचारिक-पत्र कहलाते हैं। औपचारिक पत्रों की भाषा सहज और शिष्टापूर्ण होती है। इन पत्रों में केवल काम या अपनी समस्या के बारे में ही बात कही जाती है।

Informal Letter in Hindi – अनौपचारिक पत्र

यह पत्र उन लोगों को लिखा जाता है जिनसे हमारा व्यक्तिगत सम्बन्ध रहता है। अनौपचारिक पत्र अपने परिवार के लोगों को जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सगे-सम्बन्धिओं और मित्रों को उनका हालचाल पूछने, निमंत्रण देने और सूचना आदि देने के लिए लिखे जाते हैं। इन पत्रों में भाषा के प्रयोग में थोड़ी ढ़ील की जा सकती है। इन पत्रों में शब्दों की संख्या असीमित हो सकती है क्योंकि इन पत्रों में इधर-उधर की बातों का भी समावेश होता है।

अनौपचारिक पत्र किसे कहते हैं – What is Informal Letter in Hindi

अनौपचारिक पत्र उन व्यक्तियों को लिखे जाते हैं, जिनसे पत्र लेखक का व्यक्तिगत या निजी सम्बन्ध होता है। अपने मित्रों, माता-पिता, अन्य सम्बन्धियों आदि को लिखे गये पत्र अनौपचारिक-पत्रों के अंतर्गत आते है। अनौपचारिक पत्रों में आत्मीयता का भाव रहता है तथा व्यक्तिगत बातों का उल्लेख भी किया जाता है। इस तरह के पत्र लेखन में व्यक्तिगत सुख-दुख का ब्योरा एवं विवरण के साथ व्यक्तिगत संबंध को उल्लेख किया जाता है।

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