Hindi, asked by ranibhongale24, 3 months ago

पत्र लेखक की व्यक्तित्व की होती है​

Answers

Answered by jjaajjajaja36
0

Answer:

पत्रलेखन एक कला है

पत्रलेखन एक कला हैजिस पत्र में जितनी स्वाभाविकता होगी, वह उतना ही प्रभावकारी होगा। ... एक पत्र में उसके लेखक की भावनाएँ ही व्यक्त नहीं होती, बल्कि उसका व्यक्तित्व भी उभरता है। इससे लेखक के चरित्र, दृष्टिकोण, संस्कार, मानसिक स्थिति, आचरण इत्यादि सभी एक साथ झलकते हैं। अतः पत्रलेखन एक प्रकार की कलात्मक अभिव्यक्ति है|

Similar questions