पत्र लेखन : ४, आनंद निवास वासना, अहमदाबाद से मयंक पटेल अपने मित्र राजेश पटेल को अनुशासन का महत्व बताते हुए पन लिखता हैं ।
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पत्र लेखन : ४, आनंद निवास वासना, अहमदाबाद से मयंक पटेल अपने मित्र राजेश पटेल को अनुशासन का महत्व बताते हुए पन लिखता हैं ।
प्रेषक : मयंक पटेल,
4, आनंद निवास वासना,
अहमदाबाद ,
प्राप्तकर्ता : राजेश पटेल,
अहमदाबाद ,
प्रिय मित्र राजेश ,
राजेश आशा करता हूँ , तुम अपने स्थान में सुरक्षित होगे | हम सब भी यहाँ पर सुरक्षित है | आज मैं तुम्हें अनुशासन के महत्व के बारे में बताना चाहता हूँ | हमारे जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है | जब हम अपना जीवन अनुशासन से व्यतीत करते है , वह अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेते है | अनुशासन मनुष्य की सफलता का अधिकांश भाग उसकी अनुशासित गतिविधियों पर निर्भर करता है। हमें हर काम अनुशासन से करना चाहिए चाहे फिर अनुशासन पढ़ाई में हो , खेलने में हो | अनुशासन एक ऐसा गुण है जिसकी मनुष्य को जीवन के हर क्षेत्र में जरूरत पड़ती है | अपने अध्यापक की सारी बातों लो ध्यान से देना |
मुझे पूरा विश्वास हे कि तुम मेरी बात पर गौर करोगे और जीवन में अनुशासन को अपनाओगे |
तुम्हारा मित्र ,
मयंक पटेल ,
अहमदाबाद |