India Languages, asked by roshini2005, 10 months ago

पत्रलेखन नमुना कृती-१

पत्रलेखन नमुना कृती-२

l खालील निवेदन वाचा व त्याखालील कृती सोडवा.

l खालील निवेदन वाचा व त्याखालील कृती सोडवा.

‘झाडे लावा... झाडे जगवा’

जागतिक पर्यावरण दिनानिमित्त

रोपांचे मोफत वाटप

हिरवाई ट्रस्ट, तळेगांव दाभाडे

शाळेत वृक्षारोपण करण्यासाठी

रोपांची मागणी करणारे पत्र लिहा.

विद्यार्थी प्रतिनिधी या नात्याने

चांगल्या उपक्रमाबाबत हिरवाई ट्रस्टचे

अभिनंदन करणारे पत्र लिहा.

दिनांक

५ जून

संपर्क- हिरवाई ट्रस्ट, बालोद्यान मार्ग, तळेगांव दाभाडे

विद्यार्थी या नात्याने या वर्गात प्रवेश देण्याची विनंती करणारे पत्र संबंधित व्यक्तीला लिहा.

कालावधी

१ मे ते ३१ मे

अ आ इ ई

मराठी स



लेखन वर्ग

विनय ॲकॅडमी तर्फे

सुलेखन वर्गाचे आयोजन

संपर्क :

श्री. विनय गायकवाड

२, सोमवार पेठ, कराड

भ्रमणध्वनी- ८८४४००१७००

माफक फी​

Answers

Answered by mittalraval580120
2

Answer:

चैतन्य संप्रदाय के गदाधर भट्ट, राधा-वल्लभ संप्रदाय के हित हरिवंश (श्री कृष्ण की बाँसुरी के अवतार) एवं संप्रदाय-निरपेक्ष कवियों में रसखान, मीराबाई आदि प्रमुख कृष्णभक्त कवियों ने ब्रजभाषा के साहित्यिक विकास में अमूल्य योगदान दिया। इनमें सर्वप्रमुख स्थान सूरदास का है जिन्हें 'अष्टछाप का जहाज' कहा जाता है। उत्तर मध्यकाल (अर्थात रीतिकाल) में अनेक आचार्यो एवं कवियों ने ब्रजभाषा में लाक्षणिक एवं रीति ग्रंथ लिखकर ब्रजभाषा के साहित्य को समृद्ध किया। रीतिबद्ध कवियों में केशवदास, मतिराम, बिहारी, देव, पद्माकर, भिखारी दास, सेनापति, मतिराम आदि तथा रीतिमुक्त कवियों में घनानंद, आलम, बोधा आदि प्रमुख हैं। (ब्रजबुलि- बंगाल में कृष्णभक्त कवियों द्वारा प्रचारित भाषा का नाम।)

अवधी : अवधी को साहित्यिक भाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने का श्रेय सूफी/प्रेममार्गी कवियों को

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