पद :-
हम तो एक एक करिताना,
दोई कहे तिन्ही को दोजन जिन नाहित पहिचाना
एके पवन एक ही पानी एके जोतिभमाना,
एकै बाके गढ़े सब भाडे एके कोटश सान्य।
से बादी काष्ठ ही काटे अमिति न काटें कोई
अब घटि अंतरिटी व्यापक धोसल भोई।।
माया देवि के ख्वात लुभांग काटेरेनर गश्बाना
निश्में भया का नहि व्याप कहें कबीर दिवाना
vyakhiya in hindi
Answers
Answered by
0
Answer:
please write in english
Similar questions