पद परिचय कीजिए- अभवन्, यच्छेत्, करोतु, गच्छताम्, आस्ताम्, कक्षायाम्, शशकान्
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Answer:
पद पाँच प्रकार के होते हैं –
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय।
इन सभी पदों का परिचय देते समय हमें निम्नलिखित बिन्दुओं का ध्यान रखना चाहिए।
पद
पद-परिचय
1
संज्ञा
संज्ञा के भेद (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक), लिंग, वचन, कारक, क्रिया का ‘कर्ता’है?/क्रिया का ‘कर्म’ है?
2
सर्वनाम
सर्वनाम के भेद (पुरुषवाचक, निश्चयवाचक, अनिश्चयवाचक, प्रश्नवाचक, संबंधवाचक, निजवाचक), लिंग, वचन, कारक, क्रिया का ‘कर्ता/क्रिया का ‘कर्म’।
3
विशेषण
विशेषण के भेद (गुणवाचक, संख्यावाचक, सार्वनामिक, परिमाणवाचक), अवस्था (मूलावस्था, उत्तरावस्था, उत्तमावस्था), लिंग, वचन, विशेष्य।
4
क्रिया
क्रिया के भेद, लिंग, वचन, पुरुष, धातु, काल, वाच्य, क्रिया का ‘कर्ता’ कौन है? क्रिया का ‘कर्म’ कौन है?
5
अव्यय
क्रिया विशेषण भेद, उपभेद, विशेष्य-क्रिया का निर्देश।
पद परिचय कैसे पहचानते है? -
सबसे पहले आपको संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया-विशेषण, अवधारक (निपात), संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक आदि के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
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