पद परिचय क. करोतु= ख. सयु ग. पिबताम.
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आंतरिक व्यापार को दो भागों में बाँटा जा है, विक्रय अथवा पुनः थोक व्यापार से अभिप्राय सकता है- (क) थोक व्यापार, एवं (ख) पुनः उत्पादन के उपयोग के लिए वस्तु एवं फुटकर व्यापार। साधारणतया जब उत्पाद ऐसे हों सेवाओं के बडी मात्रा में क्रय-विक्रय से है। ... ये साधारणतया थोक व्यापार कहलाता है।
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