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निम्न शब्द पढ़िए । शब्द
पढ़ने के बाद जो भाव आपके
मन में आते हैं वे कक्षा में
सुनाइए।
नदी, पर्वत, वृक्ष, चाँद
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निम्न शब्द पढ़िए । शब्द पढ़ने के बाद जो भाव आपके मन में आते हैं वे कक्षा में
सुनाइए।
नदी, पर्वत, वृक्ष, चाँद
नदी = नदी के मन के भाव हमें हमेशा आगे बढ़ने की सिख देता है. नदी हमेशा आगे की और बहती है नदी से हमें जीवन में आगे बढ़ना और कभी हार ना मारना सीखना चाहिए। कर्म में ही हमारा विश्वास है। फल की इच्छा कभी नहीं करनी चाहिए। नदी हम सब को शीतलता प्रदान करती है। नदी की बहती आवाज़ मन को शांत करती है। हमें नदी को साफ रखना चाहिए उसके पास गंदगी नहीं डालनी चाहिए|
पर्वत = पर्वत देखने में बहुत अच्छे लगते है | हमेशा ऊंचाई की तरह इशारा करते है| हमें पर्वतों को देख कर हमेशा आगे बढ़ने और अपने लक्ष्य को ऊँचा करने की प्रेरणा लेनी चाहिए |
वृक्ष= वृक्ष धारा की आभूषण है। वृक्ष हमारी धरती के शान है यह है तो हम जीवित है | वृक्ष हम सब के जीने का सहारा है | यह पशु-पक्षियों का आवास है | वृक्ष हमारे वातावरण को साफ रखता है | वृक्ष से हमें ताज़ा साँस लेने को मिलती है |
चाँद = चांद कुदरत का एक बहुत प्यारा तोहफा हैं | आसमान में चाँद रात को बहुत अद्भुत लगता है | रात को चाँद की रोशनी में घूमने में और मज़ा आता है | ऐसा लगता है चाँद हमारे साथ चल रहा है | ऐसा लगता है पास बुला रहा है । चांदनी रात की सुंदरता बहुत अच्छी लगती है | चांदनी रात में चलना न केवल हमारे दिल को प्रसन्न करता है और हमारे मन को शान्ति और आराम देता है , बल्कि पूरे दिन के व्यस्त कार्यक्रम के कारण थकावट को भी हटा देता है। चांदनी रात के दौरान माहौल शांति और शांति के साथ बढ़ता है |