पदयांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तरों में से सही विकल्प छाँटिए
1
हरि आप हरो
जन
री
भीर।
द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर।
भगत कारण रूप नरहरि, धर्यो आप सरीर।
बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुंजर पीर
दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर ।।
प्रश्न
(1) द्रौपदी की लाज किस प्रकार बचाई गई?
(क) शस्त्र देकर (ख) वस्त्र चीरकर (ग) वस्त्र बढ़ाकर (घ) वृक्ष चीरकर
(II) 'आप बढ़ायो चीर' में 'आप' आया है—
(क) द्रौपदी के लिए.
(ग) अर्जुन के लिए
(ख) श्रीकृष्ण के लिए
(घ) युधिष्ठिर के लिए
(III) भगवान ने नृसिंह का रूप किसे बचाने के लिए धारण किया ?
(क) ऋषि को
(ख) सिंह को
(ग) बाज़ को
(घ) भक्त प्रहलाद को
(iv) मीरा कृष्ण से क्या निवेदन कर रही है ?
(क) दासी बनाने का
(ग) धन देने का
(ख) पीड़ा हरने का
(घ) यश देने का
Answers
Answer:
(ग) वस्त्र बढ़ाकर
ख) श्रीकृष्ण के लिए
(घ) भक्त प्रहलाद को
ख) पीड़ा हरने का
Answer:
1) भगवान श्री कृष्ण ने चीर हरण के समय व्स्त्रावतार लेकर अर्थात साड़ी का अम्बार लगाकर द्रौपदी की लाज बचाई।
II) द्रौपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर। भगत कारण रूप नरहरि धरयो आप सरीर। उत्तर: इन पंक्तियों में भगवान के महात्म्य का वर्णन है। ऐसा माना जाता है कि भगवान हर किसी के दुख को दूर करते हैं।
III) इस वरदान के बाद हिरण्यकश्यप ने प्रभु भक्तों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया, लेकिन भक्त प्रहलाद के जन्म के बाद हिरण्यकश्यप उसकी भक्ति से भयभीत हो जाता है, उसे मृत्युलोक पहुंचाने के लिए प्रयास करता है। इसके बाद भगवान विष्णु भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए नरसिंह अवतार लेते हैं और हिरण्यकश्यप का वध कर देते हैं।
iv) उत्तर: मीराबाई श्रीकृष्ण से बड़े ही विनम्र शब्दों में अपनी पीड़ा हरने के लिए प्रार्थना करती हुई कहती हैं, कि हे प्रभु! आप हमारी पीड़ा दूर करो।