पढ़ने-लिखने की उम्र में भीख मांगने वाले बच्चों की समस्या पर किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र
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सेवा में
श्रीमान सम्पादक महोदय,
टाइम्स ऑफ इण्डिया,
नई दिल्ली|
विषय:- पढ़ने लिखने की उम्र में भीख माँगते बच्चों की समस्या के ऊपर ध्यानाकर्षण प्रार्थना पत्र|
महोदय,
आप सामाजिक समस्याओं के मुद्दों को अपने अखबार में उठाते हैं और उन पर कार्यवाही भी होती है जो बहुत ही सहरानीय कार्य है| मान्यवर, मैं आपका ध्यान पढ़ने लिखने की उम्र में भीख माँगते बच्चों की तरफ आकर्षित करना चाहता हूँ| शहर में बहुत से ऐसे बच्चे हैं जिन्हें स्कूल में होना चाहिए था वो भीख मांग रहे हैं| मुझे लगता है कि इन बच्चों से जबरदस्ती भीख मंगवाई जा रही है| इसके पीछे पूरा गिरोह हो सकता है|
अत: आपसे विनम्र निवेदन है कि आप इस मुद्दे को अपनी अखबार प्रमुखता से उठाएं ताकि इस पर कार्यवाही हो सके और इन बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिल सके|
धन्यवाद|
निवेदक
अरुण
चाँदनी चौक,
नई दिल्ली|
दिनांक ...........
पढ़ने-लिखने की उम्र में भीख मांगने वाले बच्चों की समस्या पर किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र
सेवा में,
श्रीमान संपादक महोदय,
अमर उजाला शिमला,
विषय: पढ़ने-लिखने की उम्र में भीख मांगने वाले बच्चों की समस्या |
महोदय,
मेरा नाम आर्यन है , मैं शिमला जिले के का रहने वाला हूँ | मैं अपने लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से शिमला सरकार के अधिकारियों का ध्यान पढ़ने-लिखने की उम्र में भीख मांगने वाले बच्चों की समस्या के बारे में बताता चाहता हूँ | आशा है कि आप मेरे पत्र को अपने लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित करेंगे। शहर में बहुत से छोटे-छोटे चलते हुए लोगों से भीख मांगते है और खाने के चीज़ें | लोगों को पकड़ ही लेते है जब तक कुछ इन्हें न दो | बच्चों के माँ-पिता ही इनसे यह काम करवाते है |यह सब शहर में होना अच्छा नहीं लगता है | इन बच्चों के लिए कुछ नियम बनाने चाहिए और इन्हें स्कूल में पढ़ाई के लिए भेजना चाहिए | इनकी उमर स्कूल जाने की है
मेरी सरकार से अनुरोध है आप पढ़ने-लिखने की उम्र में भीख मांगने वाले बच्चों की समस्या की और विचार करेंगे | मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि वे इस संबंध में कार्यवाही करें|
धन्यवाद!
भवदीय,
आर्यन |