PCl3 अणु संकरण का वर्णन कीजिए
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sp 3d संकरण
Pcl 5 अणु तीन p-cl बंध एक ही तल में होते है इन्हें विषुवतीय (निरक्षीय) बंध कहते है तथा दो p-cl बंध तल के लम्बवत होते है इन्हें अक्षीय बन्ध कहते है। अक्षीय बंध तथा विषुवतीय बंध के बीच की दूरी कम होने के कारण प्रतिकर्षण अधिक होता है , जिससे अक्षीय बंध लम्बाई अधिक हो जाती है
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