PG स्वाध्याय पाठ१०. प्रश्न अव्यय कितने प्रकार के होते हैं। उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिार ।
Answers
Explanation:
अव्यय किसे कहते हैं और इस के भेद व उदाहरण
ऐसे शब्द जिनमे लिंग ,वचन ,कारक आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं आता ,उन्हें अव्यय या अविकारी शब्द कहा जाता है |ये शब्द सदैव अपरिवर्तित रहते है
संस्कृत की यह उक्ति “न व्ययेती इति अव्ययम ” के अनुसार जिन शब्दों में लिंग,वचन ,विभक्ति आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता हो ,अव्यय कहलाते है |जैसे – आज,कल,कब,किन्तु, परन्तु, बल्कि, और यधपि अंदर,बाहर आदि
अव्यय के पांच प्रकार होते हैं
1. क्रिया – विशेषण
2. समुच्चय बोधक
3. संबंध बोधक
4. विस्मयादि बोधक
5. निपात
1. क्रिया – विशेषण किसे कहते है
जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते है ,उन्हें क्रिया – विशेषण कहते है |जैसे –
1. रमेश प्रतिदिन लिखता है
2. घोड़ा तेज दौड़ता है
3. राम धीरे-धीरे टहलता है
4. सुमन संदुर लिखती है
इन वाक्यों में प्रतिदिन,संदुर लिखने की विशेषता और तेज दौड़ना और धीरे-धीरे टहलने की विशेषता प्रकट करता है ,इसलिए इन शब्द को क्रिया – विशेषण कहते है
क्रिया विशेषण के मुख्य चार प्रकार है
1. कालवाचक
2. स्थानवाचक
3. परिणाम वाचक
4. रीतिवाचक
1. कालवाचक क्रियाविशेषण – जो क्रिया विशेषण शब्द क्रिया के होने के बारे में बताएं ,उन्हें कालवाचक क्रिया विशेषण कहते है |जैसे –
1. सीता कल जाएगी
2. वह प्रतिदिन पढ़ता है
3. दिन भर वर्षा होती है
इन वाक्यों में कल,प्रतिदिन,और दिनभर आदि कालवाचक क्रिया विशेषण हैं |इनके अलावा आज,तुरंत,अभी,हरबार आदि भी कालवाचक क्रिया विशेषण होते हैं
2. स्थानवाचक क्रियाविशेषण – जो क्रिया विशेषण शब्द क्रिया के स्थान या दिशा का पता कराते है ,उन्हें स्थानवाचक क्रिया विशेषण शब्द कहते है |जैसे –
1. सुनील नीचे बैठा है
2. इधर-उधर मत देखो
3. वह आगे चला गया
इन वाक्यों में नीचे,इधर-उधर,आगे आदि शब्द स्थानवाचक क्रिया विशेषण है |इसके अलावा यहाँ,वहाँ,दाएं ,बाएँ सामने ,बाहर,भीतर आदि भी स्थानवाचक क्रिया विशेषण शब्द होते है
3. परिणाम वाचक क्रियाविशेषण – जो शब्द क्रिया के परिमाण या नाप – तोल के बारे में बताते हैं ,उन्हें परिणाम वाचक क्रिया विशेषण कहते हैं |जैसे –
1. उतना बोलो,जितना जरूरी हो
2. रमेश खूब पढ़ता है
3. तेज गाड़ी चल रही है
4. सविता बहुत बोलती है
इन वाक्यों में उतना,जितना ,खूब ,तेज ,बहुत आदि परिणाम वाचक क्रिया विशेषण शब्द है |इसके अलावा अति, खूब, थोड़ा, कुछ,काफी ,उतना ,कम आदि भी परिणाम वाचक क्रिया विशेषण शब्द है
4. रीतिवाचक क्रियाविशेषण – जिन क्रिया विशेषण शब्दों से क्रिया की रीति या ढंग का पता चले ,उन शब्दों को रीतिवाचक क्रिया विशेषण शब्द कहते है |जैसे-
1. हमारे सामने शेर अचानक आ गया
2. कपिल ने अपना कार्य फटाफट कर दिया
3. मोहन शीघ्रता से चला गया
इन वाक्यों में फटाफट,शीघ्रता से तथा अचानक रीतिवाचक क्रिया विशेषण शब्द हैं |इसके अलावा धीरे-धीरे ,अवश्य ,इसलिए ,जल्दी ,ध्यानपूर्वक ,हाँ,यथासंभव ,बेशक,नि : सन्देह ,धडाधड आदि रीतिवाचक क्रिया विशेषण शब्द है
Answer:
Explanation:
स्वरादि निपातमव्यम्" (स्वर आदि शब्द तथा निपात शब्द 'अव्यय' कहलाते हैं।) अर्थात जो शब्द तीनों लिंगों, सभी विभक्तियों और तीनों वचनों में समान रहते हैं, 'अव्यय' कहलाते हैं।