phir phir aaye jivan me savan manbhavan aisa kyu kaha gaya hai spasht kijiye
Answers
Answered by
8
फिर आए जीवन में सावन मनभावन ऐसा क्यों कहा गया है
मन भावन मंजरी कविता सुमित्रानन्दन पन्त द्वारा लिखी गई है|
कविता में कवि ने सावन के बरसते का मनोरम चित्र का वर्णन किया है| कविता के अंत में कवि ने जन-जन के जीवन में सावन का उल्लास भरने की कामना की है| कवि चाहते है कि जीवन में सावन बार-बार आए और सब मिलकर झूलों में झूले| क्योंकि वर्षा ऋतु हमेशा प्रिय होती है| वर्षा के समय में प्रकृति की सुन्दरता और भी बढ़ जाती है|
बादलों का सुंदर वर्णन किया है , बारिश की बुँदे रिमझिम करके आवाज़ कर रही है , जैसे कुछ कह रही हो और हृदय पर प्रभाव पड़ता है| इन्द्रधनुष के झूले में सबको मिलकर झूलने के लिए कहता है और कामना करता है यह मन को अच्छा लगने वाला सावन बार-बार आकर जीवन को सुखी बनाए|
Answered by
4
Answer:
I hope this helps you...........
Attachments:
Similar questions