pinjre me bandh panchi vishy par panchi ki aatm katha likheya
Answers
Answered by
0
Answer:
हम समाज और अपनों से इतर निराशा और गुमनामी के बीच स्वयं की पहचान जिस तरह खोते जाते हैं. वैसे ही पिंजरे में बंद एक चिड़ियाँ की यही हालत होती हैं. मैं एक नन्ही सी चिड़ियाँ हूँ अभी अभी ही मैंने अपने पंखों के सहारे उड़ना सीखा हैं. अमूमन मैं नीम के पेड़ पर बने घौसले में बैठी आस पास के नजारे को निहारती रहती हूँ.
Explanation:
hope you like it...
Similar questions