World Languages, asked by aaroo199413, 3 months ago

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Answered by mahendra3011983
1

Answer:

पहले आप मुझे 5 वोट दीजिए तब मैं आपको आपको तब बताऊंगा 5 वोट का मिश्रित कीजिए

Answered by Anonymous
15

Answer:

इस श्लोक में आचार्य चाणक्य प्रिय वचन बोलने की शिक्षा दे रहे हैं कि हमें हमेशा प्रिय वाक्यों को ही बोलना चाहिए क्योंकि इसे सुनकर सभी प्राणी खुश होते हैं। अतः प्रिंय वाक्य कों बोलने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए।

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