Economy, asked by shabnamnizam, 2 months ago

please answer the questions​

Attachments:

Answers

Answered by Aashutoshanand
1

Explanation:

जर्मनी

52000 करोड़ कितने होते हैं यह तो नहीं पता पर यह पता है कि लगभग इतने पैसों से भारत ने पाँच S400 खरीदे थे।

अब मोटे मोटे तौर पर यह समझ लो कि इतनी ही रकम का जर्मनी को नुकसान हो गया है क्योंकि उसकी बनाई गई वेक्सीन लगभग फेल हो गयी है। 47% एफ्फिकेसी वाली वैक्सीन को अप्रूवल ही नहीं मिलता। अब जब अप्रूवल ही नहीं मिला तो बिकेगी कैसे। बस इसीलिए मैर्केल की हो गयी टाँय टाँय फ़िस। यहाँ यह और बता दूं कि इस वैक्सीन को बनाने के लिए जर्मनी के सरकारी खजाने से भी मोटी रकम दी गयी थी। वो पैसे तो डूबे ही साथ में वैक्सीन बनाने वाली जर्मनी की कम्पनी के शेयर भी धड़ाम हो गए।

मैर्केल ने सोचा था लोगों कि कब्रों से तेल चुरा कर उंस तेल में पकोड़े तल कर खाएगी। पर उसके चुराए गए तेल में तो फंगस लग गयी।

यह वही मैर्केल है जिसने भारत पर तंज कसा था कि हमारे वैज्ञनिकों ने रास्ता छोड़ा था तो भारत फार्मा इंडस्ट्री का राजा बना। तो मैडम मैर्केल अब क्या हुआ। इस बार तो तुम्हारे वैज्ञानिकों ने सारे रास्ते अपने लिए बन्द ही रखे थे मोदी की रिक्वेस्ट पर भी नहीं खोले थे। पर बेचारे खुद ही फंस गए उंन बन्द रास्तों के अंदर।

और भारत,

भारत ने तो अपने ही वैज्ञानिकों के दम पर दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वेक्सीन बना ली। अब तुम लेलो अपना दम अपने अंदर।

जब फटेगी याद कर लेना। मोदी भला मानुष है वेक्सीन तो दे ही देगा और पैसे नहीं होंगे तो फ्री में भी दे देगा।

हाँ

अगर मेरा बस चलता तो वेक्सीन की खाली शीशी भी सूंघने के लिए न देता।

पंकज कुमार

Answered by dhaliwalaman514
1

here is your answer. mark me brilliant

Attachments:
Similar questions