please answer this question in sanskrit
Answers
Question:
अधोलेखितानां वाक्यानां कोऽपि पञ्चवाक्यानां संस्कृतेन अनुवादं कृत्वा लिखत | ( नीचे लिखे वाक्यों में से किन्हीं पाँच वाक्यों का संस्कृत भाषा में अनुवाद करके पुनः लिखे | )
Answer:
१. कन्याएँ अभ्यास करती है
Girls are doing exercise.
संस्कृत अनुवाद: बालिकाः व्यायामं कुर्वन्ति |
२. सभी लोग कम्प्यूटर से काम करते हैं |
All people work with computer.
संस्कृत अनुवाद: सर्वे जनाः सङ्गणकेन कार्यं कुर्वन्ति |
३. बहादुर लोग देश की रक्षा करेंगे |
Brave people will protect the country.
संस्कृत अनुवाद: शुराः जनाः देशस्य रक्षां करिष्यन्ति |
४. छात्रों ने अध्यापक को नमस्कार किया |
Students wished / bowed the teacher.
संस्कृत अनुवाद: छात्रैः अध्यापकाय नमस्कारम् अकुर्वन् |
५. हम घर से बाहर जाएँगे |
We will go out from home.
संस्कृत अनुवाद: वयं गृहात् बहिः गमिष्यन्ति |
६. आज मैंने कविता पढी |
Today I read the poem.
संस्कृत अनुवाद: अद्य अहं पद्यम् अपठत् |
७. क्या तुमने गृहकार्य समाप्त किया?
Did you finish the homework?
संस्कृत अनुवाद: किं त्वं गृहकार्यं पूर्णम् अकरोत्?
Explanation:
किसी वाक्य का संस्कृतभाषा में अनुवाद करते समय हमें उस वाक्य का काल ( Tense ) ज्ञात होना आवश्यक होता है |
वाक्य का कर्ता ( Subject ), कर्म ( Object ) तथा क्रियापद ( Verb ) का परिचय होना चाहिए |
किसी विशेष शब्द को संस्कृत भाषा में क्या कहते हैं, यह जानना भी जरुरी होता है |
हर भाषा में वाक्य की एक विशेष रचना निश्चित होती हैं और उसी रचना में हमें वाक्य बनाना पडता है |
जैसे, हिंदी भाषा में कर्ता + कर्म + क्रियापद यह रचना निश्चित है |
उदाहरण, मैं पाठशाला जाता हूँ |
अंग्रेजी में कर्ता ( Subject ) + क्रियापद ( Verb ) + कर्म ( Object ) यह रचना निश्चित है |
उदाहरण, I go to school.
परंतु, संस्कृत एक ऐसी भाषा है जिस में वाक्य की कोई निश्चित रचना नहीं हैं | हम कर्ता + कर्म + क्रियापद या कर्ता + क्रियापद + कर्म ऐसी कौनसी भी रचना का प्रयोग करें तब भी वाक्य का अर्थ वही रहता है |
इसलिए, किसी भी वाक्य का संस्कृत में अनुवाद करते वक्त हम वाक्य में दिए गए हर शब्द का अनुवाद करके वाक्य संस्कृत में परिवर्तित कर सकते हैं |
संस्कृत में करते समय कर्ता की जो विभक्ती और वचन होता है वही विभक्ती और वचन क्रियापद का होना चाहिए |
यदि वाक्य में कोई विशेषण हो, तो जो विशेष्य का विभक्ती, लिंग और वचन होता है, वही विभक्ती, लिंग और वचन विशेषण का होना जरुरी होता है |
इस प्रकार, हम किसी भी वाक्य का संस्कृत भाषा में अनुवाद कर सकते हैं |