English, asked by llBestFriendsll, 9 months ago

Please give it's answer....

I need self answer..
Correct answer will mark as brainlist​

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Answered by TħeRøмαи
40

अगर कहीं मैं होता वृक्ष।

देता सबको शीतल छाया

कोई लगता नहीं पराया,

प्यार लुटाता सब पर ही मैं

पक्षी हो या हो चौपाया।

लेता मैं सबका ही पक्ष|

अगर कहीं मैं होता वृक्ष।

सुन्दर सुन्दर फूल खिलाता

खुशबू से जग को महकाता,

सबको अपने फल दे देता

मैं तो इनसे एक न खाता।

पर - सेवा में होता दक्ष।

अगर कहीं मैं होता वृक्ष।

मैं दूषित वायु को पीता

शुध्द हवा दे जीवन जीता,

फटे हुए भू के आँचल को

जड़ - धागों से रहता सीता।

सुख पाता सच्चा प्रत्यक्ष।

अगर कहीं मैं होता वृक्ष।

सर्दी गर्मी वर्षा सहता

पर अपना दुख कभी न कहता,

एक जगह पर खड़ा हुआ

मैं त्याग तपस्या में रत रहता।

सन्तों के होता समकक्ष।

अगर कहीं मैं होता वृक्ष।

आशा करता हूँ आपको कविता अच्छी लगेगी और आपकी मदद करेगी ||

Answered by Anonymous
2

isme paste karna latex...

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