Hindi, asked by archanapagar888, 11 months ago

Please give me a speech on Hindi Bhasha ka mahattva

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Answered by ANGEL123401
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Hi mate here is your answer:-

हिंदी भाषा दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है | दुनिया में सर्व प्रथम संस्कृत भाषा का निर्माण हुआ उसके बहुत जल्द देवनागरी लिपि जो आज हिंदी के नाम से जानी जाती है उसका अस्तित्व आया | हिंदी संस्कृत भाषा का सरल अनुवाद है |

हिंदी भाषा दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है | दुनिया में सर्व प्रथम संस्कृत भाषा का निर्माण हुआ उसके बहुत जल्द देवनागरी लिपि जो आज हिंदी के नाम से जानी जाती है उसका अस्तित्व आया | हिंदी संस्कृत भाषा का सरल अनुवाद है |संस्कृत को सरल करने के लिए हिंदी का जन्म हुआ है | हिंदी के बाद भारत वर्ष में तमिल, तेलगु ,कन्नड़, गुजरती, उर्दू तथा कई अन्य भाषा अस्तित्व में आयी | सम्पूर्ण दुनिया पहले सिर्फ भारत थी आज सहस्त देशों में बट चुकी है | आज के आधुनिक संसार में ऐसा कोई देश नहीं जहाँ हिंदी न बोली जाती हो क्योंकि हर जगह का अस्तित्व भारत से हुआ है और हिंदी भारत की धरोहर है |

हिंदी भाषा दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है | दुनिया में सर्व प्रथम संस्कृत भाषा का निर्माण हुआ उसके बहुत जल्द देवनागरी लिपि जो आज हिंदी के नाम से जानी जाती है उसका अस्तित्व आया | हिंदी संस्कृत भाषा का सरल अनुवाद है |संस्कृत को सरल करने के लिए हिंदी का जन्म हुआ है | हिंदी के बाद भारत वर्ष में तमिल, तेलगु ,कन्नड़, गुजरती, उर्दू तथा कई अन्य भाषा अस्तित्व में आयी | सम्पूर्ण दुनिया पहले सिर्फ भारत थी आज सहस्त देशों में बट चुकी है | आज के आधुनिक संसार में ऐसा कोई देश नहीं जहाँ हिंदी न बोली जाती हो क्योंकि हर जगह का अस्तित्व भारत से हुआ है और हिंदी भारत की धरोहर है |हिंदी शब्द का जन्म संस्कृत भाषा के सिन्धु शब्द से हुआ है | सिन्धु एक नदी का नाम है जो की भारत वर्ष की प्रमुख और प्राचीन नदियों में से एक है | बाहरी महाद्वीप के लोग इस नदी को उदाहरण के रूप में “जिस देश में ये नदी है” वहां के लोगों को सिंधु न कह के हिन्दू पुकारने लगे क्यों की उनके तलाफुज़ में स शब्द निकलना बहुत कठिन होता था, जिस वजह से स की जगह ह लगा कर सिंधु को हिन्दू कहने लगे |

हिंदी भाषा दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है | दुनिया में सर्व प्रथम संस्कृत भाषा का निर्माण हुआ उसके बहुत जल्द देवनागरी लिपि जो आज हिंदी के नाम से जानी जाती है उसका अस्तित्व आया | हिंदी संस्कृत भाषा का सरल अनुवाद है |संस्कृत को सरल करने के लिए हिंदी का जन्म हुआ है | हिंदी के बाद भारत वर्ष में तमिल, तेलगु ,कन्नड़, गुजरती, उर्दू तथा कई अन्य भाषा अस्तित्व में आयी | सम्पूर्ण दुनिया पहले सिर्फ भारत थी आज सहस्त देशों में बट चुकी है | आज के आधुनिक संसार में ऐसा कोई देश नहीं जहाँ हिंदी न बोली जाती हो क्योंकि हर जगह का अस्तित्व भारत से हुआ है और हिंदी भारत की धरोहर है |हिंदी शब्द का जन्म संस्कृत भाषा के सिन्धु शब्द से हुआ है | सिन्धु एक नदी का नाम है जो की भारत वर्ष की प्रमुख और प्राचीन नदियों में से एक है | बाहरी महाद्वीप के लोग इस नदी को उदाहरण के रूप में “जिस देश में ये नदी है” वहां के लोगों को सिंधु न कह के हिन्दू पुकारने लगे क्यों की उनके तलाफुज़ में स शब्द निकलना बहुत कठिन होता था, जिस वजह से स की जगह ह लगा कर सिंधु को हिन्दू कहने लगे |तब से भारत के लोगो को हिन्दू पुकारा जाने लगा, और आगे चल के पूरा देश हिंदुस्तान के नाम से जाना जाने लगा और उसी हिन्दू से हिंदी शब्द आया और हिंदी भाषा का नाम करण हुआ | हिन्दू शब्द किसी भी शास्त्र, वेद, पुराण, उपनिषद में कहीं नहीं है, यह नाम हमे ज़बरदस्ती सौंपा गया है | आज के हिन्दू वास्तव में सनातन तथा आर्य है और सभी नए धर्म के लोग भी पहले सनातन ही थे | .

हमारे देश में हिंदी को राष्ट्रीय भाषा का दर्ज़ा मिला है परंतु उसको आधिकारिक काम में कोई अहमियत नहीं | आधिकारिक काम काजो में अंग्रेजी को ही महत्व दिया जाता है | आज के समय हिंदी भाषा सिर्फ नाम मात्रा के लिए श्रेष्ठ है, इसका महत्व लोग भूलते जा रहे है | हम सभी हिंदी में ही वार्तालाप करते है ये एक बहुत ही अच्छी बात है |

हिंदी एक मात्रा ऐसी भाषा है जिसको समझना बाकी हर भाषा से सबसे सरल है | हिंदी हर एक भारतीय को अानी चाहिए क्योंकि इसने हमे जीवन के आदर्श सिखाये है |

हिंदी देवनागरी लिपि में लिखा जाता है | हिंदी भारत की राष्ट्र भाषा नहीं है क्योंकि की भारत के संविधान में किसी भी भाषा को राष्ट्रीय अधिकार नहीं दिया गया है | हिंदी भाषा से ही अन्य सभी भाषाओँ का विस्तार हुआ है | हिंदी की देवनागरी में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं जो की बाएं से दाएं लिखी जाती है | भारत में हिंदी को सर्व प्रिय मन जाता है |

Hope it helps you ❣️❣️

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