please give me the answer of the question
Answers
उत्तर 1 - भगवान का सर्वश्रेष्ठ नाम है 'राम'
नारदजी ने कहा-
'राम' शब्द में विशालता, भव्यता, रमणीयता, मधुरता आदि सभी गुण आ जाते हैं । राम शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है । 'र' अग्नि या तेज का प्रतीक है, 'आ' आकाश का अर्थात् विशालता का और 'म' चन्द्र का यानी शीतलता और शान्ति का ।
'राम' शब्द में अद्भुत शक्ति है । मन में राम नाम को धारण करने से सूर्य के समान तेजस्वी श्रीराम की शक्ति का उदय होता है और 'राम' शब्द उस रूप को नेत्रों के सामने लाकर खड़ा करता है जो
पृथ्वी पर राजा के रूप में सुशोभित होकर भक्तजनों के सभी मनोरथ पूर्ण करते हैं।
उत्तर 2 - यहां न केवल महर्षि दयानन्द जी द्वारा आर्यसमाज की स्थापना ही की गई अपितु मुम्बई में जो 28 नियम स्वीकार किए गये थे उन्हें संक्षिप्त कर 10 नियमों में सीमित कर दिया गया और 8 सितम्बर, सन् 1877 को उन्हें विज्ञापित भी कर दिया गया। यह संक्षिप्त किये गये 10 नियम वर्तमान में भी प्रचलित हैं।
उत्तर 3 - वेद चार है -ऋग्वेद,यजुर्वेद,सामवेद और अथर्वेद।
उत्तर 4 - संस्कृत साहित्य संस्कृत भाषा में लिखा गया है।
उत्तर 5 - कौटिल्य या चाणक्य
उत्तर 6 - संस्कृत” शब्द का अर्थ है संस्कार की गयी अर्थात परिमार्जित (सुधारी हुई भाषा)।
उत्तर 7 - संस्कृत (संस्कृतम्) भारतीय उपमहाद्वीप की एक भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं जो हिंद-यूरोपीय भाषा परिवार की एक शाखा हैं।
उत्तर 8 - माण्डूक्य उपनिषद के वचन 'ओमित्येतदक्षरमिदं सर्वं तस्योपव्याख्यानम्' के अनुसार सब वेदादि शास्त्रों में परमेश्वर का प्रधान और निज नाम 'ओ३म्' को कहा है। ईश्वर के अन्य सब नाम गौणिक नाम हैं।
उत्तर 9 - जब कोई शब्द प्रेम तथा बिना घृणा से बोले । तब वाणी में पवित्रता आती है ।
उत्तर 10 - महर्षि दयानंद सरस्वती ने ईश्वर के सौ नामों की व्याख्या करते हुए लिखा है कि ओम परमेश्वर का सर्वोत्तम नाम है। ओम नाम के जप से मनुष्य, धर्म, अर्थ, काम मोक्ष सब सुखों का स्वामी बन जाता है, क्योंकि ओम ही जगत का अनुपम आधार है।