English, asked by kurapati, 1 year ago

Please help in this project plzzzzzz

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snehaj12161: Wait
farru7: hmm
snehaj12161: I will send you ur answer
farru7: ok
farru7: i got it
snehaj12161: मिट्टी से जनमा हे फूल तू कहाँ जा रहा है
हे मित्र ,मै पृभु के चरणो मे सजने जा रहा हूँ
कभी मै किसी सुन्दरी के गजरे मे सजने जा रहा हूँ
तो कभी मै किसी नेता आ सत्कार करने जा रहा हूँ
तो कभी मृत्युशैया मे षृद़ान्जली बनने जा रहा हूँ
मेरा जीवन तो यही है मित्र 
मिट्टी  से जनमा हूँ और मिट्टी मे ही मिलने जा रहा हूँ।
snehaj12161: that is ur answer
snehaj12161: I hope it help you
farru7: yeah thankzz
kurapati: This poem is for which topic

Answers

Answered by snehaj12161
1

यदि हमारे बस में होता,
नदी उठाकर घर ले आते।

अपने घर के ठीक सामने,
उसको हम हर रोज बहाते।

कूद कूद कर उछल उछलकर,
हम मित्रों के साथ नहाते।

कभी तैरते कभी डूबते,
इतराते गाते मस्ताते।

Hope you like it

snehaj12161: sk??
kurapati: Ask
kurapati: U didn't ask me anything
snehaj12161: wait
snehaj12161: I had posted my question...... plz solve it if you cab
snehaj12161: can *
snehaj12161: I need it....... and I am not getting my ans from anywhere
snehaj12161: hope you understand
snehaj12161: I need it....... and I am not getting my ans from anywhere
snehaj12161: hope you understand
Answered by farru7
0
i hpe it help u 
plzz mark as brainleast
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