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Answers
अरण्य विहार अपार्टमेंट,
शास्त्री नगर, आगरा - ०१
११/०५/२०२०
प्रिय सत्यम
मैं यहां कुशल हूं और आशा करता हूं कि तुम भी सकुशल होगे। मैं यह पत्र तुम्हें अपनी गर्मियों कि छुट्टियां कैसी बिताई वह बताने के लिए लिख रहा हूं।
मैं तुम्हें इस पत्र में अपनी गर्मी की छुट्टी (देहरादून) की यात्रा के बारे में बताना चाहता हूँ । हमारी गर्मी की छुट्टी एक माह से पहले शुरू हो गई थी और मैं देहरादून घुमने गया । मुझे वहां बहुत मज़ा आया। वहां हम केमटी फॉल गए और हमने ऋषिकेश में राफ्टिंग भी किया। तुम पहले से ही जानते हो कि मुझे पहाड़ी क्षेत्रों और सर्दियों के मौसम से कितना प्यार है और इसीलिए मुझे बहुत मज़ा आया और मैं सिर्फ पहाड़ों को देख रहा था और मैंने भी मौनी क्लिनिंग की थी। मैं तुम्हें वहां जाने का सुझाव दूंगा। मुझे उम्मीद है कि तुम्हें यह पसंद आएगा।
अपनी पढ़ाई और अपना ख्याल रखना। मुझे तुम्हारे पत्र का इंतजार रहेगा। बड़ों को सादर प्रणाम और छोटों को शुभ प्यार देना।
तुम्हारा मित्र
आचमन लाल
Explanation:
27, दर्शन पुरवा,
भोपाल (म0 प्र0)
दिनंाक: 10.8.20…..
आदरणीय मित्र,
मैं यहाँ सकुशल एवं आनंद से हूँ। आशा है तुम भी आदरणीय व अनुज, अतुल सहित सकुशल होगें। अभी दो दिन पूर्व ही गरमियों की छुट्टियाँ बिताकर मै दिल्ली से वापस लौटी हूँ। गरमियों मे दिल्ली का तापमान अधिक होता है, परंतु अनेकता में एकता का संपूर्ण अनुभव मुझे वहाँ देखने को मिला। हर तरफ भागते-दौड़ते लोग यहाँ के वातावरण को गतिशील बनाते हैं।
दिल्ली अत्यंत प्राचीन नगर है। यहाँ मैंने लाल किला, कुतुबमीनार, इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन, बहाई-मंदिर, जामा मस्जिद तथा पुराना किला आदि ऐतिहासिक स्थलोें को देखा। यहाँ के चिड़ियाघर में सभी प्रकार के जीव-जन्तु देखने को मिलते है। यहाँ मेरा पुराना मित्र अ॑जली भी मिल गयी थी जिससे घूमने का आनंद और भी बढ़ गया था। यहाँ बड़ी-बड़ी गगनचुंबी इमारतों के अतिरिक्त कई मंदिर भी दर्शनीय है। छतरपुर के मंदिर तो विशेष रूप से दर्शनीय हैं। पूरी छुट्टियों भर अतुल की कमी बहुत महसूस हुई।
मुझे पुनः यदि दिल्ली भ्रमण का अवसर मिलेगा तब निस्संदेह चाहूँगी कि आप सभी मेरे साथ हो।
तुमहारी मित्र
तनवी