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Q1. तब याद तुम्हारी आती है कविता का मूल भाव अपने शब्दों में लिखिए।
Q2. वर्षा के सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
Q3. प्रात: कालीन सौंदर्य का सजीव वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
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3
Answer:
I8
Explanation:
1st Ans.)
"तब याद तुम्हारी आती है " कविता रामनरेश त्रिपाठी जी की रचना है:-
जब सुबह सुबह चिड़ियाँ उठकर,
कुछ गीत ख़ुशी के गाती हैं ,
कलियाँ दरवाजे खोल खोल
जब दुनिया पर मुस्काती हैं,
खुशबू की लहरें जब घर से
बाहर आ दौड़ लगाती हैं ,
हे जग के सिरजनहार प्रभु ,
तब याद तुम्हारी आती हैं ।
जब छम छम बूंदे गिरती हैं ,
बिजली चम् चम् कर जाती हैं
मैदानों में, वन बागों में ,
जब हरियाली लहराती हैं ।
जब ठंडी ठंडी हवा कही से
मस्ती ढोकर लाती हैं
हे जग के सिरजनहार प्रभु
तब याद तुम्हारी आती हैं ।।
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2nd Ans.)
वर्षा ऋतु के सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए
इस मौसम में सभी को राहत की साँस और सुकून मिलता है। आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है।
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3rd Ans.)
जीवन परिचय-नई कविता के समर्थकों में शमशेर बहादुर सिंह की एक अलग छवि है। इनका जन्म 13 जनवरी, सन 1911 को देहरादून में हुआ था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून में ही हुई। इन्होंने उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्राप्त की। चित्रकला में इनकी रुचि प्रारंभ से ही थी। इन्होंने प्रसिद्ध चित्रकार उकील बंधुओं से चित्रकारी में प्रशिक्षण लिया। इन्होंने सुमित्रानंदन पंत के पत्र ‘रूपाभ’ में कार्य किया। 1977 ई. में ‘चुका भी हूँ नहीं मैं’ काव्य-संग्रह पर इन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया। इन्हें कबीर सम्मान सहित अनेक पुरस्कार मिले। सन 1993 में अहमदाबाद में इनका देहांत हो गया। रचनाएँ- शमशेर बहादुर सिंह ने अनेक विधाओं में रचना की। इनकी प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं
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