Hindi, asked by kaarti4, 9 months ago

Please solve Ashudhi Shoshana. Pic is given below.

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Answered by bharattiwariepatrika
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5. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध कीजिए।

(क.) आप यहां बैठिए ।

(ख.) कई स्कूलों के विद्यार्थी ऐसा करते हैं।

(ग.) बच्चों पर गुस्सा मत करो।

(घ.) यह गद्यांश हमारी पुस्तक से लिया गया है।

6. निम्नलिखित मुहावरों को अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिएः

(क.) "अपना ही राग अलापना" मुहावरे का अर्थ- अपने फायदे की बात करना, किसी दूसरे की नहीं सुनना।

वाक्य में प्रयोगः यहां हम गंभीर समस्या से निपटने के बारे में विचार कर रहे हैं और राम अपना ही राग अलाप रहा है।

(ख.) "दो टूक जवाब देना" मुहावरे का अर्थ- साफ मना कर देना।

वाक्य में प्रयोगः दो टूक जवाब देने के बाद भी श्याम मेरी कार मांगने आ गया।

(ग.) "उड़ती चिडिया पहचानना" मुहावरे का अर्थ- रहस्य की बात दूर से भांप लेना।

वाक्य में प्रयोगः वह इतना अनुभवी है कि उड़ती चिडिया को भी पहचान लेता है।

(घ.)"मुंह की खाना" मुहावरे का अर्थ- नीचा दिखाना, बेइज्जत होना।

वाक्य में प्रयोगः करगिल युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी।

7. इस पाठ में वर्णन किया गया है कि किस तरह आदमी नाम का जीव सब कुछ समेटना चाहता है और उसकी यह भूख कभी भी शांत होने वाली नहीं है। वह इतना स्वार्थी हो गया है कि दूसरे प्राणियों को तो पहले ही बेदखल कर चुका था परन्तु अब वह अपनी ही जाति अर्थात मनुष्यों को ही बेदखल करने में जरा भी नहीं हिचकिचाता। परिस्थिति यह हो गई है कि न तो उसे किसी के सुख-दुःख की चिंता है और न ही किसी को सहारा या किसी की सहायता करने का इरादा। लेखक हमें बताना चाहता है कि हमें नदी और सूरज की तरह दुसरो के हित के कार्य करने चाहिए और तोते की तरह सभी को सामान समझना चाहिए तभी संसार के सभी जीवधारी प्रसन्न और सुखी रह सकते हैं। लेखक कहता है कि बचपन में उनकी माँ हमेशा कहती थी कि शाम के समय पेड़ों से पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए क्योंकि उस समय यदि पत्ते तोड़ोगे तो पेड़ रोते हैं। पूजा के समय फूलों को नहीं तोड़ना चाहिए क्योंकि उस समय फूलों को तोड़ने पर फूल श्राप देते हैं। नदी पर जाओ तो उसे नमस्कार करनी चाहिए वह खुश हो जाती है। कभी भी कबूतरों और मुर्गों को परेशान नहीं करना चाहिए।

अथवा

जापान के अस्सी फीसदी लोग तनाव के कारण मन से अस्वस्थ है। इसका कारण उनके जीवन की बढ़ती रफ्तार है। यहाँ कोई चलता नहीं, बल्कि दौड़ता है। अमेरिका से प्रतिस्पर्धा के कारण एक महीने में पूरा होने वाला काम एक दिन में ही पूरा करने की कोशिश की जाने लगी। दिमाग की रफ्तार वैसे ही हमेशा तेज रहती है, उसकी रफ्तार और तेज करने से दिमाग का तनाव बहुत अधिक बढ़ जाता है, इसी कारण जापान में मानसिक रोग बढ़ गए है। मस्तिष्क में अधिक तनाव, अत्यधिक दुःख और कष्ट बढ़ जाते हैं। यह स्थिति मनुष्य को बीमार बना देती है। आज का मनुष्य संतोषभरा जीवन गुजारने की बजाय दौड़-भाग कर आगे निकल जाना चाहता है। यही स्थिति उसे मानसिक रोगी बना देती है। लेखक के कथन हम पूर्णतः सहमत हैं।

8.

(क.) कर्नल को वजीर अली की कहानियाँ सुनकर रॉबिनहुड के कारनामे याद आ जाती थी। रॉबिनहुड की ही तरह वजीर अली के मन में भी अंग्रेजों के खिलाफ बहुत अधिक नफरत भरी पड़ी थी। वजीर अली भी रॉबिनहुड की ही तरह बहादुर था और अंग्रेजों को अपने देश से निकालना चाहता था।

(ख.) पहले अंडमान और निकोबार द्वीप एक ही हुआ करते थे। किवदंतियों के अनुसार ऐसा माना जाता कि ततांरा नामक युवक ने अपनी तलवार से अंडमान और निकोबार द्वीप के दो टुकड़े कर दिए। ऐसा इसीलिए हुए क्योंकि ततांरा और वामीरो नामक युवती एक- दूसरे से प्रेम करते थे लेकिन दो अलग-अलग गांव और जाति-धर्म का होने के कारण उनका विवाह नहीं हो सका। गुस्से में आकर ततांरा ने अपनी तलवार से दोनों गांवों के बीच एक लकीर बना दी, जिससे जमीन के दो हिस्से हो गए। आज ये अंडमान और निकोबार द्वीप के नाम से जाने जाते हैं।

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