Hindi, asked by Anonymous, 1 year ago

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Answered by Aaravtiwari
2
________पेयजल की समस्या ______

★★★समस्या के कारण ★★★★★
पेयजल की समस्या का मुख्य कारण हमारे द्वारा पानी ना पचाने में बरती गई अशोक धनिया हैं यदि हम गाड़ी धोने टाइम फटकते योजना कर बाल्टी का जूस करें और शेविंग करते टाइम तो टेक होली ना रखें तो हम 1 हफ्ते में तकरीबन 30 लीटर पानी अपने घर ही में बचा सकते हैं साथ ही यदि नहाते टाइम टूटी और सावर बंद करके साबुन लगाने के बाद खोलें और इन्हीं सब छोटे छोटे प्रयासों को लेकर यदि हम रोज करेंगे तो हम पानी की समस्या सनी पढ़ सकते हैं और यही हमारी समस्या के कारण है हमें अपनी समस्या के लिए हमें स्वयं के विचार को बदलना होगा यदि हमारे घर में और और पढ़ सकते हैं और पानी कम खर्च करें।

★★★★★★ निवारण ★★★★★★★★

पानी की समस्या के निवारण के लिए सबसे आवश्यक है पानी बचाने के लिए हमें अपनी विचारधारा को बदलना होगा जिस प्रकार हम पूछते हैं की टंकी खाली हो जाने पर लाइट आ कर हम दोबारा भर लेंगे उसी प्रकार हमें यह सोचना होगा कि हम टंकी पूरे खाली ही क्यों करें जरूरी है क्या कि हर बार लाइक आते समय हम दोबारा टंकी पर है अगर मान लिया जाए बिजली नहीं आ रही है तो हम क्या करेंगे इसलिए हमें पानी की समस्या के निवारण के लिए अपने विचार को बदलना होगा और अपने मन को जागरुक करना होगा कि हम अपना पानी बचाएं और पानी की समस्या के सही तरीके वरना आने वाली पीढ़ियां और आने वाले भविष्य में हमें पानी बहुत मुश्किल से प्राप्त हुआ करेगा


thanks ;=☺☺☺
Answered by Brainlyaccount
5

☆hai ☆

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☆dear friend☆




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दिल्ली में बढ़ती पेयजल समस्या के नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों का सफल न हो पाना चिंताजनक है। इससे पानी की मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ता जा रहा है, जो दिल्लीवासियों की परेशानी बढ़ा रहा है। पेयजल समस्या पर नियंत्रण के लिए हिमाचल प्रदेश में गिरी नदी पर बनने वाली रेणुका बांध परियोजना से दिल्ली ने बहुत उम्मीदें लगा रखी थीं। इस परियोजना से राजधानी को प्रतिदिन 275 मिलियन गैलन पानी मिलना था लेकिन परियोजना के ठंडे बस्ते में चले जाने से यह उम्मीद भी धूमिल हो गई। विगत वर्ष तत्कालीन केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री ने यह कहते हुए इस परियोजना को हरी झंडी दिखाने से इनकार कर दिया कि दिल्ली को पानी उपलब्ध कराने के लिए 777 हेक्टेयर वन भूमि की बलि नहीं दी जा सकती। हालांकि मुख्यमंत्री मानती हैं कि दिल्ली की बढ़ती हुई आबादी को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए इस परियोजना को पूरा किया जाना जरूरी है। उन्होंने संकेत भी दिया है कि दिल्ली सरकार जल्द ही इस मामले में केंद्र सरकार से विचार-विमर्श करेगी।






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Brainlyaccount: Aaravtiwari
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