pls answer this fast
Answers
Answer:
उत्तर-1 महात्मा मुंशीराम ने स्वामी दयानन्द के पहले-पहल दर्शन बरेली शहर में
किये थे | आजकल यह शहर उत्तर प्रदेश के एक जिले के रूप में जाना जाता है |
उत्तर-2 वकालत के साथ साथ मुंशीराम आर्य समाज के द्वारा संचालित समाज सुधार के कामों में लगे रहते थे | जैसे कि- शुद्धि प्रचार , विधवा उद्धार ,वेदों के प्रचार-प्रसार में , प्राचीन वैदिक शिक्षा के उद्धार में लगे रहते थे |
उत्तर-3 महात्मा मुंशीराम गुरुकुल कांगड़ी के 17 वर्षों तक अधिष्ठाता रहे थे |ये स्वामी दयानन्द जी के पक्के शिष्यों में से एक थे | जीवन भर वैदिक शिक्षा प्रणाली के उत्थान में लगे रहे थे |
उत्तर-4 महात्मा मुंशीराम की हिन्दीभक्ति उनके निम्नलिखित कार्यों से प्रकट होती है –महात्मा मुंशीराम जी हिन्दी के भक्त थे | वे एक साप्ताहिक पत्र “सद्धर्मप्रचारक” उर्दू में निकालते थे जिसे बाद में हिन्दी में बदल दिया और आगे भी घाटा सहकर चलाते रहे | श्रद्धा एवं अर्जुन नामक दैनिक पत्र निकाले | विज्ञान की कई पुस्तकों को हिन्दी में प्रकाशित कराया |
उत्तर-5 स्वामी श्रद्धानन्द ने कांग्रेस से सम्बन्ध इसलिए तोडा क्योंकि वे कांग्रेस द्वारा चलाई गई मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति से सहमत नहीं थे| जब मुसलमानों को तबलीग का (धर्म परिवर्तन ) अधिकार है तो हिन्दुओं को क्यों नहीं ? इस बात पर स्वामी जी कांग्रेस से अलग हो गए |